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राफेल लाने फ्रांस पहुंचे राजनाथ, भारतीय वायुसेना की बढ़ेगी ताकत

राफेल विमान भारतीय वायुसेना की क्षमता में जबरदस्त इजाफा करेगा. ये मानना है सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर अरुण सहगल का. उन्होंने कहा है कि वर्तमान सरकार देश की रक्षा क्षमता को हुए नुकसान की भरपाई करने का प्रयास कर रही है. जानें पूरा विवरण...

फ्रांस पहुंचे राजनाथ
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Published : Oct 8, 2019, 12:03 AM IST

नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना में राफेल लड़ाकू विमान की भूमिका काफी अहम होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस से पहला राफेल विमान लाने के लिए फ्रांस पहुंच चुके हैं. भारत-फ्रांस के बीच हुए रक्षा सौदे के मुताबिक आठ अक्टूबर को पहला राफेल विमान भारत को सौंपा जाएगा. रक्षा मामलों के जानकार ब्रिगेडियर अरुण सहगल (सेवानिवृत्त) ने भारत में राफेल की अहमियत पर विशेष बातचीत की.

ब्रिगेडियर अरुण सहगल ने बताया कि राफेल विमान अधिग्रहण पिछले दो दशकों का सबसे बड़ा अधिग्रहण है. राफेल चौथे जेनरेशन प्लस (fourth generation plus) श्रेणी का एयरक्राफ्ट है. इससे भारतीय वायुसेना की क्षमताओं में काफी बढ़ोतरी होगी. भारत के पास राफेल विमान आने से चीन और पाकिस्तान के संदर्भ में भारतीय वायुसेना काफी बेहतर बनेगी.

ब्रिगेडियर अरुण सहगल से हुई बाततीच

राफेल की खासियत का जिक्र करते हुए ब्रिगेडियर सहगल ने कहा कि इसमें विश्व की अत्याधुनिक उड़ान तकनीक (avionics) है. इसके साथ 150 किलोमीटर तक मार कर सकने वाली मिसाइल भी है.

उन्होंने बताया कि शाफ्ट डिस्पेंसर (shaft dispensers) की मदद से दुश्मन के किसी भी मिसाइल को नष्ट किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें : 'राफेल समेत आधुनिक एयरक्राफ्ट की अच्छी समझ रखते हैं नए एयर चीफ भदौरिया'

बकौल ब्रिगेडियर, राफेल स्क्वाड्रन की तैनाती से वायु शक्ति आक्रामण क्षमता में जबरदस्त उछाल आएगा.

फ्रांस के साथ राफेल सौदे में सरकार की भूमिका पर ब्रिगेडियर सहगल ने कहा कि वर्तमान सरकार का रवैया सौदे पूरे करने पर है, जबकि पूर्ववर्ती सरकारों का रवैया डील को प्रोसेस करने पर था. इसके तहत पहले की सरकारें, अधिग्रहण की प्रक्रिया में शामिल होती थी, और जो उन्हें सही लगता था उन शर्तों पर सौदा करती थीं.

बकौल ब्रिगेडियर सहगल, यह सरकार जल्दबाजी में है और महसूस करती है कि हमारी रक्षा क्षमता में काफी हद तक क्षरण हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से इसे बेहतर करने की पूरी कोशिश की जा रही है.

नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना में राफेल लड़ाकू विमान की भूमिका काफी अहम होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस से पहला राफेल विमान लाने के लिए फ्रांस पहुंच चुके हैं. भारत-फ्रांस के बीच हुए रक्षा सौदे के मुताबिक आठ अक्टूबर को पहला राफेल विमान भारत को सौंपा जाएगा. रक्षा मामलों के जानकार ब्रिगेडियर अरुण सहगल (सेवानिवृत्त) ने भारत में राफेल की अहमियत पर विशेष बातचीत की.

ब्रिगेडियर अरुण सहगल ने बताया कि राफेल विमान अधिग्रहण पिछले दो दशकों का सबसे बड़ा अधिग्रहण है. राफेल चौथे जेनरेशन प्लस (fourth generation plus) श्रेणी का एयरक्राफ्ट है. इससे भारतीय वायुसेना की क्षमताओं में काफी बढ़ोतरी होगी. भारत के पास राफेल विमान आने से चीन और पाकिस्तान के संदर्भ में भारतीय वायुसेना काफी बेहतर बनेगी.

ब्रिगेडियर अरुण सहगल से हुई बाततीच

राफेल की खासियत का जिक्र करते हुए ब्रिगेडियर सहगल ने कहा कि इसमें विश्व की अत्याधुनिक उड़ान तकनीक (avionics) है. इसके साथ 150 किलोमीटर तक मार कर सकने वाली मिसाइल भी है.

उन्होंने बताया कि शाफ्ट डिस्पेंसर (shaft dispensers) की मदद से दुश्मन के किसी भी मिसाइल को नष्ट किया जा सकता है.

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बकौल ब्रिगेडियर, राफेल स्क्वाड्रन की तैनाती से वायु शक्ति आक्रामण क्षमता में जबरदस्त उछाल आएगा.

फ्रांस के साथ राफेल सौदे में सरकार की भूमिका पर ब्रिगेडियर सहगल ने कहा कि वर्तमान सरकार का रवैया सौदे पूरे करने पर है, जबकि पूर्ववर्ती सरकारों का रवैया डील को प्रोसेस करने पर था. इसके तहत पहले की सरकारें, अधिग्रहण की प्रक्रिया में शामिल होती थी, और जो उन्हें सही लगता था उन शर्तों पर सौदा करती थीं.

बकौल ब्रिगेडियर सहगल, यह सरकार जल्दबाजी में है और महसूस करती है कि हमारी रक्षा क्षमता में काफी हद तक क्षरण हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से इसे बेहतर करने की पूरी कोशिश की जा रही है.

Intro:Rafale: This is a major acquisition of aircrafts we are doing in last two decades, say experts

New Delhi: Defence Minister Rajnath Singh today left for France for the induction ceremony of Rafale aircraft which is considered to be one of the most important deal for the defence of the country, experts feel that this is a major acquisition of aircrafts we are going in last two decades.

Talking to ETV Bharat, Defence analyst Brig. Arun Sahgal(Retd) said this is a major acquisition of aircrafts we are doing in last two decades. Rafale are fourth generation plus aircraft and it will provide a quantum jump to Indian air capabilities. It will be a force multiplier as far as China and Pakistan is concerned.

"It is carrying world's most advanced avionics and also a missile which is having about 150 Km range, shaft dispensers which will be able to distract the enemy missiles. The squadron deployment will provide a quantum jump in the offensive air power is concerned." said Sahgal.

On asking about the role of government in finalizing the deal, Sahgal said the attitude of the current government is to conclude deals and the attitude of the previous government is to process deals--enter into acquisition process and let in conclude on its own terms based on what they felt was right kind of acquisition process. This government is in a hurry and feels that there has been a fairly high degree of erosion in our defence capability and trying best to improve.


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Conclusion:
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