नई दिल्ली : पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है. वहां के नागरिक डर से भाग रहे हैं. इसी कड़ी में मुस्लिम चरमपंथियों की धमकी और हमले से सहमे एक और सिख नेता अपने परिवार के साथ पकिस्तान से पलायन के लिए मजबूर हो गए.
सिख नेता राधेश सिंह टोनी पर कुछ सप्ताह पहले हथियारबंद चरमपंथियों ने हमला कर दिया था. इसके बाद उन्हें अपना सोशल मीडिया अकाउंट बंद करके पेशावर से लाहौर भागना पड़ा. पाकिस्तान छोड़ने के बाद वह अपने परिवार के साथ भारत में पनाह ले सकते हैं.
पढ़ें : आज भी सिखों के प्रति दुश्मनों वाली है कांग्रेस की मानसिकता : सिरसा
पाक की आलोचना करने वाले राधेश मुस्लिम चरमपंथियों के निशाने पर थे
इस्लामाबाद के सूत्रों के अनुसार, अल्पसंख्यकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले सिख नेता राधेश सिंह टोनी खैबर पख्तूनख्वा से पलायन कर चुके हैं. वह मुस्लिम चरमपंथियों के निशाने पर थे और उन्हें कई बार धमकियां मिल चुकी थीं. राधेश पाकिस्तान की खराब होती कानून-व्यवस्था के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) सरकार की आलोचना करते रहे हैं.
ननकाना साहिब पर हमले के बाद से सिख समुदाय चरमपंथियों ने निशाने पर है
गुरु नानक के जन्मस्थान पवित्र गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हुए हमले के बाद से अल्पसंख्यक सिख समुदाय को चरमपंथियों ने निशाने पर ले लिया है. ननकाना साहिब पर हमले के बाद सिख समुदाय के एक युवक की हत्या भी हो चुकी है.