नई दिल्ली : देशभर में लॉकडाउन है. इस दौरान गरीबों, प्रवासी मजदूरों को खाने की समास्या न हो, इसके लिए सरकार के साथ-साथ अन्य संस्थाएं भी काम कर रही हैं. इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) भी गरीबों, असहायों की मदद कर रहा है. आरएसएस के स्वयं सेवक दिनभर में एक लाख 30 हजार खाने के पैकेट वितरित कर रहे हैं. यह जानकारी दिल्ली में आरएसएस के महासचिव भरत भूषण ने दी.
उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली में 125 सामुदायिक रसोइयां चलाई जा रही हैं और खाने के पैकेट बांटने के लिए 4500 स्वयं सेवक लगे हुए हैं. आरएसएस ने शनिवार तक राजधानी दिल्ली के 630 इलाकों में 47,500 राशन किट वितरित किया.
प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 21-दिवसीय लॉकडाउन के बीच फंसे लोगों के लिए आरएसएस ने लोगों की मदद करने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.
आरएसएस महासचिव भरत भूषण ने कहा कि 125 सामुदायिक रसोइयां चलाई जा रही हैं, जहां पर एक लाख 30 हजार खाने के पैकेट तैयार कर बांटे जा रहे हैं. इसके अलावा आरएसएस ने देश के 630 स्थानों पर 47,500 राशन किट वितरित किए गए हैं.
यह खाने के पैकेट आरएसएस गरीबों, मजदूरों और लॉकडाउन में फंसे जरूरतमंदों में वितरित कर रहा है.
भूषण ने कहा कि ऐसे हजारों लोग हैं, जो काम न होने के कारण अपने गावों की तरफ पलायन कर रहे हैं और उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है. घर से बाहर रहने वाले छात्र ढाबे या रेस्टोरेंट पर खाने के लिए निर्भर थे. यह खाना उन्हीं लोगों में वितरित किया जा रहा है.
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उन्होंन कहा कि आरएसएस लॉकडाउन के नियमों को ध्यान में रखते हुए यह सब काम कर रहा है. हमारे कार्यकर्ता शिफ्ट के अनुसार आते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि लोगों की मदद के लिए नंबर जारी किया गया है, जहां पर लोगों को खाना से लेकर डॉक्टरों तक की तत्काल मदद दी जाती है.