मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) नेता नवाब मलिक ने कांग्रेस सेवादल की पुस्तिका में सावरकर को लेकर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वैचारिक मतभेद ठीक है लेकिन व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए.
मलिक ने कहा आपत्तिजनक लेख लिखना गलत है, वैचारिक मतभेद ठीक है, लेकिन व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए, खासकर जब व्यक्ति (सावरकर) जीवित नहीं हैं.
अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल ने गुरुवार को भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में 'वीर सावरकर कितने वीर' नाम से एक किताब वितरित की है, जिसमें राजनीतिक हिंदूवादी विचारधारा के जनक कहे जाने वाले विनायक दामोदर सावरकर पर सवाल उठाया गया है.
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दरअसल, किताब में कहा डॉमिनिक लैपिएर और लैरी कॉलिन की किताब 'फ्रीडम एट मिडनाइट' का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि 'सावरकर और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के बीच समलैंगिक संबंध थे.'