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सिब्बल का कड़ा प्रहार- भारतीय लोकतंत्र की राह में रोड़ा हैं मोदी और शाह - कपिल सिब्बल

नागरिक संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) को लेकर पूरे देश में जहां विरोध जारी है वहीं विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी कोशिश में लगी हुई है. इसी कड़ी में अब कांग्रेस ने सीएए पर सरकार के नौ झूठ को बेनकाब करने का दावा किया है और साथ ही सरकार को आमने-सामने चर्चा करने की चुनौती दी है. पढ़ें पूरी खबर...

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कपिल सिब्बल
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Published : Jan 21, 2020, 11:47 PM IST

Updated : Feb 17, 2020, 10:42 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर केंद्र सरकार पर यह कहते हुए कड़ा प्रहार किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भारतीय लोकतंत्र की राह में रोड़ा हैं.

सिब्बल ने मंगलवार को यहां मीडिया कॉन्फ्रेंस में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के आकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि जिस तरीके से भारतीय अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है, वह देश के लिए अच्छा नहीं माना जा सकता.

मीडिया से मुखातिब वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल.

सिब्बल ने जोर देते हुए कहा, 'आईएमएफ के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में हमारा रेट ऑफ ग्रोथ 4.8 रहने की संभावना है. भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी यह खराब संकेत है'.

वहीं अर्थव्यवस्था के आकड़ों को जोड़कर सिब्बल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'जिस प्रकार से भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत वैश्विक विकास के लिए बाधक है, ठीक उसी तरह हमारे पीएम और गृहमंत्री भारतीय लोकतंत्र के लिए अवरोध हैं.'

सिब्बल ने केंद्र सरकार पर देश के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया और सीएए के मुद्दे पर केंद्र सरकार के नौ झूठ उजागर करने का दावा किया.

सिब्बल के मुताबिक सीएए पर पहला झूठ तो यही है कि यह कानून लोगों के बीच भेद भाव नहीं करता है. उन्होंने कहा, 'संविधान में धर्म के आधार पर नागरिकता का कोई प्रावधान है ही नहीं, हमारे संविधान में नागरिकता पाने के लिए धर्म कोई पैमाना नहीं माना गया है.सरकार अपने झूठ को सच साबित करने के लिए कुतर्कों का सहारा ले रही है.'

सिब्बल ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पहली बार हमारे देश में नागरिकता धर्म के आधार पर दिए जाने की बात की जा रही है, जो गलत है.

पढ़ें : डंके की चोट पर बोले शाह- नागरिकता कानून नहीं होगा वापस

वहीं दूसरे झूठ का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार कहती है कि सीएए कानून से एनआरसी का कोई लेना देना नहीं है, जबकि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने संसद के अंदर और संसद के बाहर कितनी बार कह चुके हैं कि एनआरसी पूरे भारत में लागू किया जाएगा.

सिब्बल ने अमित शाह के बयान को याद कराते हुए कहा कि शाह ने यह भी कहा था कि यह सीएए और एनआरसी क्रोनोलॉजी में आएगा, फिर किस आधार पर पीएम कहते हैं कि एनआरसी पर अभी कोई चर्चा ही नहीं हुई है, तो फिर आखिर अमित शाह बिना पीएम से चर्चा किए ही सदन में और सदन के बाहर एनआरसी को लागू करने की बात कर रहे थे.

पीएम पर निशाना साधते हुए सिब्बल ने कहा कि अब उनकी बातों पर कोई भी विश्वास नहीं कर सकता.

पढ़ें - सीएए लागू करने से इनकार करना असंवैधानिक : कपिल सिब्बल

सिब्बल ने यह भी दावा किया कि एनपीआर,एनआरसी का पहला कदम है.

सीएए के मुद्दे पर सरकार की तरफ से विपक्ष के लोगों को लगातार दी जा रही चुनौती पर कांग्रेस नेता ने पीएम और गृहमंत्री को पर पलटवार करते हुए चुनौती देते हुए कहा, 'आप मंचों से विपक्ष के नेताओं को सीएए पर डिबेट करने के लिए के लिए रोज-रोज चुनौती दे रहै हैं, मैं आज पीएम और गृहमंत्री को चुनौती देता हूं कि आइए हमारे पास और हमारे साथ डिबेट कीजिए.'

सिब्बल ने दावे के साथ कहा कि डिबेट के बाद सरकार के भाषणों का असत्य जनता के सामने आ जएगा.

नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर केंद्र सरकार पर यह कहते हुए कड़ा प्रहार किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भारतीय लोकतंत्र की राह में रोड़ा हैं.

सिब्बल ने मंगलवार को यहां मीडिया कॉन्फ्रेंस में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के आकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि जिस तरीके से भारतीय अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है, वह देश के लिए अच्छा नहीं माना जा सकता.

मीडिया से मुखातिब वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल.

सिब्बल ने जोर देते हुए कहा, 'आईएमएफ के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में हमारा रेट ऑफ ग्रोथ 4.8 रहने की संभावना है. भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी यह खराब संकेत है'.

वहीं अर्थव्यवस्था के आकड़ों को जोड़कर सिब्बल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'जिस प्रकार से भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत वैश्विक विकास के लिए बाधक है, ठीक उसी तरह हमारे पीएम और गृहमंत्री भारतीय लोकतंत्र के लिए अवरोध हैं.'

सिब्बल ने केंद्र सरकार पर देश के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया और सीएए के मुद्दे पर केंद्र सरकार के नौ झूठ उजागर करने का दावा किया.

सिब्बल के मुताबिक सीएए पर पहला झूठ तो यही है कि यह कानून लोगों के बीच भेद भाव नहीं करता है. उन्होंने कहा, 'संविधान में धर्म के आधार पर नागरिकता का कोई प्रावधान है ही नहीं, हमारे संविधान में नागरिकता पाने के लिए धर्म कोई पैमाना नहीं माना गया है.सरकार अपने झूठ को सच साबित करने के लिए कुतर्कों का सहारा ले रही है.'

सिब्बल ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पहली बार हमारे देश में नागरिकता धर्म के आधार पर दिए जाने की बात की जा रही है, जो गलत है.

पढ़ें : डंके की चोट पर बोले शाह- नागरिकता कानून नहीं होगा वापस

वहीं दूसरे झूठ का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार कहती है कि सीएए कानून से एनआरसी का कोई लेना देना नहीं है, जबकि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने संसद के अंदर और संसद के बाहर कितनी बार कह चुके हैं कि एनआरसी पूरे भारत में लागू किया जाएगा.

सिब्बल ने अमित शाह के बयान को याद कराते हुए कहा कि शाह ने यह भी कहा था कि यह सीएए और एनआरसी क्रोनोलॉजी में आएगा, फिर किस आधार पर पीएम कहते हैं कि एनआरसी पर अभी कोई चर्चा ही नहीं हुई है, तो फिर आखिर अमित शाह बिना पीएम से चर्चा किए ही सदन में और सदन के बाहर एनआरसी को लागू करने की बात कर रहे थे.

पीएम पर निशाना साधते हुए सिब्बल ने कहा कि अब उनकी बातों पर कोई भी विश्वास नहीं कर सकता.

पढ़ें - सीएए लागू करने से इनकार करना असंवैधानिक : कपिल सिब्बल

सिब्बल ने यह भी दावा किया कि एनपीआर,एनआरसी का पहला कदम है.

सीएए के मुद्दे पर सरकार की तरफ से विपक्ष के लोगों को लगातार दी जा रही चुनौती पर कांग्रेस नेता ने पीएम और गृहमंत्री को पर पलटवार करते हुए चुनौती देते हुए कहा, 'आप मंचों से विपक्ष के नेताओं को सीएए पर डिबेट करने के लिए के लिए रोज-रोज चुनौती दे रहै हैं, मैं आज पीएम और गृहमंत्री को चुनौती देता हूं कि आइए हमारे पास और हमारे साथ डिबेट कीजिए.'

सिब्बल ने दावे के साथ कहा कि डिबेट के बाद सरकार के भाषणों का असत्य जनता के सामने आ जएगा.

Intro:New Delhi: Congress senior leader and former Union Minister Kapil Sibal slammed the Center over the nationwide protests against the Citizenship Amendment Act saying that Prime Minister Narendra Modi and Home Minister Amit Shah are a "drag on Indian democracy."


Body:Quoting the statistics given by International Monetary Fund (IMF) which states that India's economic growth estimate for the current fiscal to 4.8 percent and listed the country's GDP as single biggest drag on global growth, Sibal said, "Just like our economy is a global economy, our PM and HM are a drag on Indian democracy."

Congress leader also accused the Center for spreading 9 lies about the CAA and NRC. He said, "Their first lie is CAA is not discriminatory. Constitution has 5 provisions for citizenship of India, religion is not mentioned anywhere. Second lie is that CAA has no connection with NRC. Amit Shah himself said that CAB will come first, followed by NRC. The link cannot be denied."

He further added, "PM said in a rally that there was no discussion on NRC but in the President's address to the Joint Session of Parliament, NRC implementation was primarily announced. The process of NRC is notified as well as it is legal. It is a complete lie that NRC is yet to begin as its commencement notification has been issued effective from 1st April."

Denying to the government's claim over NPR, Sibal quoted the Home Ministry's annual report 2018-19 which stated that "NPR is the first step to implement NRC."


Conclusion:Accusing the Prime Minister for not addressing the concerns of common people of the country, he said that PM Modi is only concerned about his power and not about the country. Sibal also challenged PM Modi and HM Amit Shah to debate with him over CAA and NRC to put forward all the truths regarding the newly implemented law.
Last Updated : Feb 17, 2020, 10:42 PM IST
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