बेंगलुरु : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केन्द्र (इसरो) प्रमुख के. सिवन ने कहा कि इसरो का निजीकरण नहीं किया जा रहा है. सिवन ने कहा मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि इसरो पहले जैसा ही काम करता रहेगा.
इसरो के वैज्ञानिक सचिव उमामहेश्वरन ने यह भी बताया कि इसरो के निजीकरण का कोई प्रस्ताव नहीं है. उमामहेश्वरन ने कहा कि इसरो नई प्रौद्योगिकी विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.
इससे पहले सिवन ने कहा था कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान भारत में इंडस्ट्रियल बेस को सशक्त बनाने में स्पेस सेक्टर में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा कि इस सेक्टर में उन्नत अंतरिक्ष तकनीकों के साथ भारत समेत कुछ अन्य देश भी शामिल हैं.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्राइवेट इंटरप्राइजेज के लिए स्पेस सेक्टर में प्रवेश की अनुमति दी जा सकती है, सरकार ने इसरो की उपलब्धि का लाभ उठाने के लिए सुधार के उपायों को लागू करने का फैसला लिया है.
गौर हो कि इससे पहले के. सिवन ने कहा था कि लॉकडाउन की वजह से अंतरिक्ष में मानव भेजने और चंद्रयान-3 अभियान में देर होने के अलावा ऐसे 10 अंतरिक्ष अभियान बाधित हुए हैं.
इसरो प्रमुख ने बताया कि इस साल अंतरिक्ष एजेंसी ने 10 प्रक्षेपण की योजना बनाई थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण सभी योजनाएं प्रभावित हो गईं हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के बाद हमें एक आकलन करना होगा.
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