श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 से जुड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इस धारा को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर पर हिंदुस्तान का कब्जा होगा.
महबूबा मुफ्ती ने कहा 'अमित शाह साहब, महबूबा मुफ्ती आपसे कह रही है कि जिस दिन आप 370 को खत्म करोगे, उस दिन आप जम्मू-कश्मीर पर कब्जा करने वाली ताकत होंगे.'
फिलिस्तीन का जिक्र करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जिस तरह फिलिस्तीन पर इजरायल का कब्जा है, उसी तरह जम्मू-कश्मीर में हिंदुस्तान का कब्जा होगा, अगर आपने 370 को खत्म किया.
महबूबा ने जम्मू-कश्मीर में लागू AFSPA कानून पर भी प्रतिक्रिया दी. एक ट्वीट के जवाब में महबूबा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा 'मुख्यमंत्री के रुप में मैंने कई बार AFSPA हटाने के अपने स्टैंड को दोहराया है.'
उन्होंने लिखा 'क्योंकि वर्तमान दौर झूठ फैलाने और षडयंत्र करने का है, इसलिए वे अपने लेख को दोबारा शेयर कर रही हैं.'
बता दें कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव-2019 के लिए जारी पार्टी के घोषणा पत्र में AFSPA समेत कई कानूनों की 'पुन:परख' किए जाने का जिक्र किया है.
महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस के इस प्रस्ताव का स्वागत किया है. हालांकि, बीजेपी ने इस प्रस्ताव को देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक करार दिया है.
हरिंदर बावेजा के ट्वीट पर जवाब देते हुए महबूबा ने भारत सरकार पर सवाल खड़े किए. उन्होंने ट्विटर पर लिखा 'कश्मीर के प्रति सरकार का सिर्फ दमन का दृष्टिकोण ही अटल रहा है.'
महबूबा ने केंद्र पर कश्मीर के लोगों का विकास रोकने (suffocate), लोगों को जेल में डालना, मूल अधिकारों से वंचित करने के अलावा दुख भोगने के लिए बाध्य करने जैसे आरोप भी लगाए.
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में जम्मू-कश्मीर से भारतीय संविधान के आर्टिकल 370 हटाने का जिक्र किया था. ऐसे में लोकसभा चुनाव-2019 के प्रचार के दौरान भी आर्टिकल 370 पर राजनीतिक बयानबाजी देखी जा रही है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी आर्टिकल 370 हटाने का विरोध किया है.