नई दिल्ली : देश में बढ़ते कोविड-19 के मामले को देखते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने एंटीजन डिटेक्शन को मंजूरी दे दी है. आईसीएमआर के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को सूचित किया है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोविड-19 के परीक्षण के लिए एंटीजन डिटेक्शन टेस्ट की कीमत 450 रुपये करने की बात की है. भार्गव ने कहा कि दिल्ली जल्द से जल्द इस परीक्षण को कंस्ट्रक्शन जोन में प्रसारित करेगा.
डॉक्टर भार्गव ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली के कंस्ट्रक्शन जोन में कोविड-19 परीक्षण को तुरंत बढ़ाना महत्वपूर्ण था. वर्तमान में दिल्ली में सार्वजनिक और निजी दोनों में 40 आरटीपीसीआर परीक्षण प्रयोगशालाएं हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) के पास सीओबीएएस सिस्टम हैं. दिल्ली में परीक्षण के लिए करीब 18,000 नमूने लिए जा रहे हैं.
आईसीएमआर ने कहा कि रैपिड एंटीजन टेस्ट में निगेटिव टेस्ट करने वाले कोविड-19 संदिग्ध व्यक्तियों का संक्रमण से बचने के लिए आटीपीसीआर के जरिए टेस्ट किया जाना चाहिए. जबकि पॉजिटिव रिजल्ट्स पॉजिटिव माना जाना चाहिए और उसकी आटीपीसीआर के जरिए फिर से कन्फर्म की जरूरत नहीं है.
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इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड 19 को संबोधित करते हुए दिशानिर्देश में कहा कि यह महामारी एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपतकाल है, जो सभी के लिए तनावपूर्ण और कठिन परिस्थिति पैदा कर रहा है. संकट के दौरान अफवाहें और गलत सूचना अधिक तनाव पैदा करता है. इससे उबरने के लिए उन्होंने इससे दूर रहने का सुझाव दिया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 और उनके परिवारों से प्रभावित लोग, क्वारंटाइन हुए लोग, स्वास्थ्यकर्मी, कोरोना से ठीक लोगों को समाज का सामना करना पड़ता है.