बेंगलुरु : सीमा पर मौजूदा हालात के मद्देनजर हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने दो लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) बनाए हैं, जिन्हें भारतीय वायुसेना के मिशन के लिए शॉर्ट नोटिस पर लेह सेक्टर में परिचालन के लिए तैनात किया गया है. एचएएल के सीएमडी आर माधवन ने बताया कि यह भारतीय सशस्त्र बलों की विशिष्ट और अनूठी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एचएएल द्वारा डिजाइन और विकसित दुनिया का सबसे हल्का हमलावर हेलीकॉप्टर है. यह आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में उठाया गया कदम है.
इस हेलीकॉप्टर के ट्रायल के लिए वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा ने एक ऑपरेशन में भाग लिया, जो अधिक ऊंचाई वाले लक्ष्य पर नकली हमले के लिए टेक-ऑफ कर रहा था. एलसीएच ने अपनी त्वरित तैनाती का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया.
एलसीएच अपनी अत्याधुनिक प्रणालियों और सटीक हथियारों के कारण एक शक्तिशाली हथियार है जो दिन या रात किसी भी समय लक्ष्य को नष्ट करने में सक्षम है. इसमें विभिन्न परिस्थितियों में ऊंचाई पर हथियार ले जाने की क्षमता भी है.
भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना को लगभग 160 एलसीएच की आवश्यकता है. रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 15 एलसीएच के प्रारंभिक बैच के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. आईएएफ के लिए 10 और सेना के लिए पांच एलसीएच के लिए एचएएल ने अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत की थी. तकनीकी मूल्यांकन के बाद शीघ्र ही आदेश मिलने की उम्मीद है.