नई दिल्ली : कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कांग्रेस की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों को सुना जाएगा. एक अन्य अहम फैसले में पूर्व केंद्रीय मंत्री व बिहार से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ नेता शकील अहमद का निलंबन रद्द कर दिया है.
पार्टी महासचिव मोतीलाल वोरा की ओर से जारी एक बयान में इसकी जानकारी दी गई है.
पिछले साल लोकसभा चुनाव में शकील अहमद ने बिहार में महागठबंधन के उम्मीदवार के खिलाफ मधुबनी सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था. इसके बाद उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.
उन्होंने पिछले साल सितंबर में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. इसके बाद से ही उनकी वापसी के कयास लगाए जा रहे थे.
गुलाम नबी आजाद के मामले में कांग्रेस पार्टी की बैठक के बाद, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, मुकुल वासनिक, आनंद शर्मा और शशि थरूर सहित कुछ कांग्रेसी नेता बैठक के लिए आजाद के आवास पर गए.
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आपको बता दें कि आजाद ने इससे पहले ट्वीट कर कहा था कि कल कुछ कांग्रेसियों कहा था कि हमने यह भाजपा के इशारे पर किया था और उस संदर्भ में मैंने कहा, 'यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ सहयोगियों (सीडब्ल्यूसी के बाहर) ने हम पर भाजपा के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है, और अगर उन लोगों ने इस आरोप को साबित कर दिखाया, मैं इस्तीफा दे दूंगा.'