चेन्नईः तमिलनाडु के शिवगंगा जिले के कीलाडी में पुरातात्विक स्थल पर चल रहे उत्खनन के पांचवे चरण में एक बड़ा खुलासा हुआ है. एक महीने की अवधि में कुल चार ईंट की दीवारें खुदाई में मिली हैं, जो संगम युग की हैं.
राज्य पुरातत्व विभाग ने चार दीवारों का पता लगाया जो 2,600 साल पुरानी हैं. जून में शुरू हुई खुदाई के पांचवें चरण के इस महीने खत्म होने की संभावना है.
आपको बता दें, केंद्रीय पुरातत्व विभाग की ओर से 2015 से ही केलाड़ी गांव में उत्खनन कार्य किया जा रहा है. वैगई नदी के तट पर गांव में की गई खुदाई में कई ऐसी वस्तुएं मिली हैं, जो संगम सभ्यता की हैं.
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इस संबंध में स्थानीय निवासी मरुधु पेरुमल ने एक समाचार एजेंसी से कहा, 'तमिल के लोगों को 2600 साल पहले की सभ्यता की इस खोज को देखकर गर्व है. मैंने सबसे पुरानी सभ्यता के बारे में पढ़ा है, जब मैं स्कूल में था. लेकिन इसका कोई सबूत नहीं है. हर किसी को यहां आना चाहिए और केलाडी को देखना चाहिए.'
एक अन्य स्थानीय विनीता ने कहा, 'पहले इस जगह के बारे में कोई नहीं जानता था लेकिन अब लोग इसके बारे में जानते हैं. इससे हमें गर्व महसूस होता है. तमिल होने पर गर्व होता है, जब हम केलाडी सभ्यता में पुरानी वस्तुओं को देखते हैं.'
जानकारी के लिए बता दें, उत्खनन का दूसरा चरण 2016 में और तीसरा चरण 2017 में आयोजित किया गया था.
वहीं तमिलनाडु की सरकार ने खुदाई का चौथा चरण 2018 में शुरू किया क्योंकि विभिन्न दलों ने जांच जारी रखने पर जोर दिया. अब तक, 14,500 वस्तुओं का पता लगाया गया है. उनकी सुरक्षा के लिए धन आवंटित किया गया है.
गौरतलब है कि 27 सितंबर को द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के अध्यक्ष एम के स्टालिन ने खुदाई के पांचवें चरण के दौरान कीलाडी पुरातत्व स्थल का दौरा किया था.