नई दिल्ली : कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि उसकी 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) 20 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में दाखिल होगी और 30 जनवरी को श्रीनगर में इसका समापन होगा, जहां राहुल गांधी तिरंगा फहराएंगे. एआईसीसी के महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'राहुल गांधी 30 जनवरी को श्रीनगर में भारतीय ध्वज फहराएंगे. कन्याकुमारी से कश्मीर यात्रा का समापन उस दिन होगा लेकिन इसका केंद्रीय संदेश- 'भारत के लोगों को एकजुट करना' पहले ही हासिल किया जा चुका है. यात्रा अब सभी भारतीयों की आवाज का प्रतिनिधित्व करती है.'
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को, सरकार के समक्ष सुरक्षा को लेकर उठाई गई चिंताओं पर उचित कदम उठाए जाने की उम्मीद है. वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा, 'भाजपा के लोगों ने इस यात्रा को बदनाम करने और रोकने के लिए पूरा प्रयास किया है. लेकिन यह यात्रा जारी है और इसका संदेश जन-जन तक पहुंचा है.' वेणुगोपाल ने कहा, यात्रा अब तक 3,122 किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है. यह 9 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश से होकर गुजरी है, जहां लाखों स्थानीय लोगों का समर्थन मिला है.
उन्होंने बताया कि नौ दिनों के विश्राम के बाद यात्रा तीन जनवरी को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पहुंचेगी और देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य में यह यात्रा पांच जनवरी तक रहेगी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'छह जनवरी को 'भारत जोड़ो यात्रा' हरियाणा में प्रवेश करेगी जहां यह 10 जनवरी तक रहेगी. इसके बाद यह यात्रा 11 जनवरी को पंजाब में प्रवेश करेगी तथा एक दिन के लिए 19 जनवरी को हिमाचल प्रदेश से भी गुजरेगी.'
वेणुगोपाल के अनुसार, 20 जनवरी को यह यात्रा जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी तथा 30 जनवरी को श्रीनगर में ध्वजारोहण होगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और यात्रा में उनकी 'सुरक्षा में चूक' के विषय पर कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था जिसका जवाब एक अधिकारी ने दिया जो उचित नहीं है.
कांग्रेस नेता ने कहा, 'एक राष्ट्रीय पार्टी ने पत्र लिखा था जिसका जवाब गृह मंत्री को खुद देना चाहिए था. यह संभव नहीं था तो गृह राज्य मंत्री इसका जवाब दे देते.' 'भारत जोड़ो यात्रा' सात सितंबर को कन्याकुमारी से आरंभ हुई थी और गत 24 दिसंबर को दिल्ली पहुंची. नौ दिनों के विराम के बाद यह तीन जनवरी को उत्तर प्रदेश पहुंचेगी. इसके बाद हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर जाएगी.
वेणुगोपाल ने कहा, 'देशव्यापी यात्रा 30 जनवरी को समाप्त नहीं होगी. हम 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान के माध्यम से इसकी भावना को आगे बढ़ाएंगे, जहां हम हर दरवाजे तक पहुंचने और देश भर में राहुल गांधी के संदेश को ले जाने की कोशिश करेंगे.' कांग्रेस महासचिव के अनुसार, 'वर्ष 2022 भव्य पुरानी पार्टी के लिए सफल साबित हुआ, जिसने एक नया अध्यक्ष चुना और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है.'
24 फरवरी से 26 फरवरी तक पूर्ण अधिवेशन : पार्टी जन संपर्क को मजबूत करने के लिए देश भर में अभियान चला रही है. वहीं 85वां पूर्ण सत्र भी आयोजित करेगी, जो 24-26 फरवरी तक रायपुर, छत्तीसगढ़ में आयोजित किया जाएगा. महत्वपूर्ण कांग्रेस कार्यसमिति के चुनाव पूर्ण सत्र के साथ होंगे, जिसके दौरान पार्टी के नेता राजनीति, अर्थव्यवस्था, किसान, सुरक्षा, सामाजिक सद्भाव, शिक्षा और युवा जैसे छह प्रमुख विषयों पर बहस करेंगे और उसी पर संकल्प लेंगे. वेणुगोपाल ने कहा पार्टी नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सफल चुनाव को लेकर उत्साहित है, जिन्होंने 26 अक्टूबर, 2022 को पदभार संभाला था और अब पूर्ण सत्र की अध्यक्षता करेंगे.
सीडब्ल्यूसी के लिए चुनाव, खड़गे का एक प्रमुख वादा था. इसके अलावा, भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने के लिए पार्टी संगठन को फिर से तैयार करना भी कार्ड पर है और 50 साल की उम्र में सभी पदाधिकारियों में से आधे का होना शामिल है, दूसरा ब्लॉक और जिला स्तर पर पदाधिकारियों का होना है. खड़गे ने पार्टी प्रमुख का पदभार ग्रहण करते ही सीडब्ल्यूसी को भंग कर दिया था. इसकी जगह एक संचालन समिति बनाई थी जो पूर्ण सत्र तक नियमित कार्यों का निर्वहन करेगी.
वहीं, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला ने ईटीवी भारत से कहा, 'राहुल गांधी 30 जनवरी को श्रीनगर में भारतीय तिरंगा फहराएंगे.' इससे पहले, कांग्रेस के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा था कि राहुल स्थानीय स्थिति के आधार पर 26 जनवरी के आसपास भारतीय ध्वज फहराएंगे. भल्ला ने कहा, '30 जनवरी को झंडा फहराने की तारीख तय करने के लिए श्रीनगर में सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखा गया था. 30 जनवरी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह महात्मा गांधी का शहीदी दिवस है.'
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