मुजफ्फरनगर : जिले में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है. रविवार को भी हल्की बारिश हुई. बारिश बंद होते ही एक भिखारी सड़क किनारे सिर पकड़कर रोने लगा. उसे रोता देखकर पास में खड़े ट्रैफिक पुलिसकर्मी पहुंच गए. पुलिस कर्मियों ने रोने का कारण पूछा तो भिखारी ने अपनी भीगी हुई पोटली आगे कर दी. पुलिसकर्मियों ने पोटली खोलकर देखा तो उसमें रखे रुपये भीग चुके थे. इससे बाद पुलिस कर्मियों ने सभी नोटों को जमीन पर फैलाकर सुखाया. इसके बाद इसे भिखारी को सौंप दिया. भिखारी के कुल 10 हजार रुपये थे. पुलिस की इस मदद से फिर से भिखारी के चेहरे पर मुस्कान लौट आई.
मूक बधिर है भिखारी : मामला जिले के मीनाक्षी चौराहे के पास का है. ट्रैफिक कॉन्स्टेबल प्रदीप कुमार ने बताया कि जिले में कुछ दिनों से बारिश हो रही है. रविवार को भी बारिश हुई. बारिश के रुकने के बाद रविवार की दोपहर एक भिखारी सिर पकड़कर रोने लगा. ट्रैफिक पुलिस कर्मी उसके पास पहुंच गए. लोगों की भीड़ भी जुट गई. पुलिस कर्मियों ने रोने का कारण पूछा तो वह कुछ नहीं बता पाया. भिखारी मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण मूक बधिर भी था. काफी पूछने के बाद उसने अपनी भीगी हुई पोटली दिखाई.
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पुलिस कर्मियों ने सुखाए रुपये : पुलिस कर्मियों ने पोटली खोलकर देखा तो उसमें 10 के, 20 के, 50 आदि के नोट मिले. सभी नोट भीग चुके थे. इसके बाद इन नोटों को जमीन पर फैलाकर सुखाया गया. भिखारी ने भीख मांगकर सभी रुपये जुटाए थे. उसके पास मिले नोट बहुत पुराने थे, कई नोट तो जले हुए भी थे. भिखारी के पास करीब दस हजार रुपए थे. ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने बताया कि रुपये भीग जाने से भिखारी को लगा कि सभी खराब हो गए हैं. इससे वह रो रहा था. समझाने पर वह शांत हो गया. रुपये सुखाने के बाद उसे भिखारी को लौटा दिया गया. भिखारी को चाय भी पिलाई गई.
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