चामराजनगर (कर्नाटक): दशहरे के पवित्र त्योहार के दौरान, हिंदुओं के लिए हथियारों (आयुध पूजा) की पूजा करने की परंपरा है. लेकिन जिले के हनूर तालुक के मार्तल्ली गांव में, ईसाई समुदाय (Christian community celebrated Ayudha Puja) ने भी आज चर्च में आयुध पूजा (Ayudha Puja) मनाई. मार्तल्ली गांव में संत लौरडुमेट चर्च में सद्भाव का प्रतीक देखा गया.
चर्च के पादरी, क्रिस्टोफर सगयराज और सुसाई रेजिस ने प्रार्थना की और वाहनों पर पवित्र जल छिड़का, ताकि उन्हें दुर्घटनाओं से बचाया जा सके. स्थानीय निवासी जॉन ब्रिटो ने कहा कि पहले इनके पूर्वज हिंदू थे. उन्होंने कहा कि हमने आयुध पूजा की, ताकि वह परंपरा न छूटे. उत्सव में सभी समुदायों के लोगों ने भाग लिया.
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