चिरांग/लखीमपुर (असम): असम के उत्तरी और निचले क्षेत्र में रविवार की रात दो-दो मुठभेड़ हुईं, जिसमें एक शिकारी को मार गिराया गया, तो वहीं, अन्य एक तस्कर गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों मुठभेड़ लखीमपुर और चिरांग जिलों में हुईं हैं. चिरांग में पुलिस के घेरे से भागने की कोशिश कर रहा एक शिकारी पुलिस की गोली से मारा गया. बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ रात के वक्त चिरांग जिले में भारत-भूटान सीमा पर स्थित जलुकानी में हुई.
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने रविवार को तीन शिकारियों के साथ नवेश्वर बसुमतारी को गिरफ्तार किया था. ये सभी गैंडों और 30-40 जंगली हाथियों की हत्या के आरोपी हैं. अन्य शिकारियों की तलाश के लिए नवेश्वर को साथ में लिये पुलिस रात के वक्त विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही थी. इतनें में नवेश्वर ने एक पुलिस कर्मी पर हमला कर भागने की कोशिश की. तभी अन्य जवान भी सतर्क हो गए और उसे पकड़ने के लिए उस पर गोली दागी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इधर, दबिश के दौरान अन्य एक शिकारी को पुलिस ने पकड़ लिया.
चिरांग में हुई घटना के बाद सोशल मीडिया पर असम के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह का एक पोस्ट देखा गया, जिसमें गैंडे की तस्वीर अपलोड करते हुए उन्होंने लिखा, "सुरक्षित रहें, @assampolice आपके साथ है."
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इसके बाद लखीमपुर में पुलिस फायरिंग में एक ड्रग्स तस्कर घायल हो गया. लखीमपुर के बोंगलमारा के 2 नंबर इस्लामपुर गांव में पुलिस की एक टीम ने अनारुल इस्लाम के घर पर छापामारी की. अनारुल ड्रग्स तस्करी मामले का आरोपी है. पुलिस टीम अनारुल को अपने साथ ले गई और उससे अपने भाई का घर दिखाने को कहा. लेकिन ऑपरेशन के दौरान अनारुल ने भागने की कोशिश की. तभी उसे रोकने के लिए पुलिस ने एक गोली उसके पैर में मारी, जिससे वो घायल हो गया. उसका अनारुल अस्पताल में इलाज जारी है. बता दें कि, आईपीएस आनंद मिश्रा के एसपी बनने के बाद जिले में यह पहली मुठभेड़ है. उन्हें नगांव जिले में अपने कार्यकाल के दौरान कई मुठभेड़ों के लिए जाना जाता है.