झांसी: झांसी में रहकर माफिया अतीक अहमद को छुड़ाने की असद और गुलाम साजिश रच रहे थे. इस बात का खुलासा पुलिस ने किया है. झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके साथी शूटर गुलाम को गुरुवार की दोपहर यूपी एसटीएफ से हुई आमने-सामने मुठभेड़ में मार गिराया गया. आपको बता दें यह मुठभेड़ कानपुर झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग से महज 1 किलोमीटर दूरी पर हुई. यह वही रास्ता है, जहां से दो बार अतीक अहमद को गुजरात से प्रयागराज के लिए पेशी पर लाया गया था. पुलिस के अनुसार असद और उसके साथी 2 दिन से वहां घात लगाए बैठे थे.
यूपी एसटीएफ का दावा है कि वो बड़ा हमला करके माफिया अतीक अहमद को पुलिस की कस्टडी से छुड़ाना चाहते थे. गुरुवार दोपहर हुई मुठभेड़ के बाद यूपी एसटीएफ के डीएसपी नवेन्दु कुमार और डीएसपी विमल कुमार सिंह ने झांसी के थाना बड़ागांव में इस साजिश का खुलासा किया और एफआईआर दर्ज कराई.
प्रयागराज एसटीएफ फील्ड यूनिट पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दु कुमार और एसटीएफ मुख्यालय पर तैनात पुलिस उपाधीक्षक विमल कुमार सिंह ने झांसी के थाना बड़ागांव में दी गयी तहरीर में लिखा कि 24 फरवरी 2023 को पुलिस कमिश्नरेट प्रयागराज के थाना धूमनगंज क्षेत्र में विधायक राजू पाल की हत्या की घटना के महत्वपूर्ण गवाह कृष्ण कुमार पाल उर्फ उमेश पाल एवं उनके सुरक्षाकर्मी दो पुलिसकर्मियों आरक्षी राघवेन्द्र सिंह और आरक्षी संदीप निषाद की अतीक गैंग के शूटर्स ने दिन-दहाड़े सरे बाजार फायरिंग व बम विस्फोट कर हत्या कर दी गयी थी.
इस वारदात के सम्बन्ध में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और सीएलए एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था. ये वारदात आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई थी. इन वीडियो से वारदात में शामिल अभियुक्तों की पहचान की गयी. वांछित चल रहे इनामी अपराधियों के सम्बन्ध में जानकारियां इकट्ठा कर कार्रवाई करने के लिए एसटीएफ की सभी यूनिटों को निर्देश दिया गया था. इनामिया आरोपियों को पकड़ने के लिए सूचनाएं इकठ्ठा करनी शुरू की गयीं.
यूपी एसटीएफ के मुताबिक, इस दौरान सूचना मिली कि वारदात के दूसरे दिन ही वांछित 5 लाख रुपये का इनामी अपराधी गुड्डू मुस्लिम पारीछा पावर प्लान्ट में किसी सतीश पाण्डेय के घर आकर रुका था, लेकिन पुलिस को सूचना मिलने से पहले ही वह वहां से फरार हो गया. इस घटना में वांछित 5-5 लाख रुपये के इनामी अपराधी असद अहमद तथा मोहम्मद गुलाम के झांसी शहर तथा उसके आस पास कस्बे में छिपे होने की सूचना मिली थी. 13 अप्रैल 2023 गुरुवार को पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दु कुमार अपने सरकारी वाहन स्कार्पियो संख्या यूपी 32 बीजी 4556 तथा पुलिस उपाधीक्षक विमल कुमार सिंह भी अपनी टीम के साथ सरकारी वाहन स्कार्पियो संख्या यूपी 32 ईजी 4605 के साथ झांसी शहर में मौजूद थे.
इसी दौरान उनके मुखबिर ने बताया कि माफिया अतीक अहमद का बेटा असद अहमद तथा शूटर मोहम्मद गुलाम को झांसी के कस्बा चिरगाँव में बुधवार रात में देखा गया था. मुखबिर ने बताया कि वो गुरुवार को चिरंगव में मिल सकते हैं. इस सूचना पर यूपी एसटीएफ की टीम सक्रिय हो गयी. यूपी एसटीएफ की टीम को कस्बा चिरगांव में मुखबिर ने बताया कि असद तथा मुहम्मद गुलाम बिना नम्बर की काली और लाल रंग की डिस्कवर मोटरसाइकिल से चिरगांव से निकलकर पारीछा की तरफ गये हैं. असद ने सफेद रंग का पठान सूट पहना था और काली टोपी लगायी थी. उसका साथी मोहम्मद गुलाम लोवर तथा डार्क ग्रीन हाफ टी शर्ट में था. उसने सिर पर रूमाल बांधा हुआ था.
यूपी एसटीएफ की टीम को असद और शूटर गुलाम बिना नम्बर की मोटरसाइकिल पर पारीछा की तरफ जाते हुए दिखायी दिये. जैसे ही उन्होंने अपनी गाड़ी के चालक को ओवर टेक करते हुए उन्हें रोकने के लिए कहा तो वो लोग पारीछा बाँध मोड के आगे कच्चे वाले रास्ते पर गाड़ी को मोड़ कर भागने लगे. उसी समय सामने से पुलिस उपाधीक्षक विमल कुमार सिंह की टीम ने दोनों को घेर लिया.
थोड़ी दूरी पर जाकर मोटरसाइकिल स्लिप हो गयी और कच्चे रास्ते से नीचे बबूल की झाड़ में गिर गयी. दोनों ने पुलिसवालों पर फायरिंग शुरू कर दी. यूपी एसटीएफ की टीम ने जवाबी फायरिंग की. इसके बाद असद और शूटर गुलाम की ओर से फायरिंग नहीं हुई तो टीम ने जाकर देखा तो दोनों घायल थे. दोनों की पहचान की गयी और पुलिस कंट्रोल रूम और एंबुलेस को फोन किया गया.
इसके साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झांसी तथा एसटीएफ के उच्चाधिकारियों को भी मुठभेड़ की सूचना दी गई. स्थानीय पुलिस अधिकारियों के आने के बाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम ने मौके से बदमाशों की पिस्टल, रिवाल्वर, खोखा, जीवित कारतूस तथा मोटरसाइकिल और दूसरे साक्ष्य एकत्रित किये.
प्रयागराज एसटीएफ फील्ड यूनिट पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दु कुमार और एसटीएफ मुख्यालय पर तैनात पुलिस उपाधीक्षक विमल कुमार सिंह के अनुसार जब दोनों ने मेडिकल कलेज जाकर घायल बदमाशों के बारे में जानकारी ली, तो पता चला कि उनकी मृत्यु हो गयी है. इसके बाद असद और उसके साथी गुलाम के शवों का झांसी के मेडिकल कॉलेज में एक्स-रे कराया गया. जांच की गई कि दोनों के शरीर में कितनी गोलियां लगी हैं और कहां-कहां लगी हैं. इसके बाद गुरुवार देर शाम दोनों के शवों को झांसी के पोस्टमार्टम हाउस में ले जाकर पोस्टमार्टम किया गया.इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई.
यूपी एसटीएफ के मुताबिक, दोनों के शवों को लेने के लिए असद के नाना और मामू के आने की सूचनाएं मिली थीं, लेकिन शुक्रवार सुबह 11:00 बजे तक पोस्टमार्टम हाउस में किसी भी परिजन के नहीं पहुंचे. वहीं गुलाम के परिवार वालों ने उसका शव लेने से इनकार कर दिया. उनका कहना है कि ऐसे गंभीर अपराध करने वाले व्यक्ति से उनका कोई नाता नहीं है. वह उसके शव का अंतिम संस्कार भी नहीं करेंगे.
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