भुवनेश्वर: ओडिशा के बरगढ़ के मेंधापाली में एक और ट्रेन पटरी से उतरी गई. भटली प्रखंड के संबरधरा के पास चूना पत्थर से लदी मालगाड़ी के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए. हादसे के कारणों का पता नहीं चल सका है. हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. घटना की सूचना रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है. बताया जा रहा है कि दुर्घटनाग्रस्त मालगाड़ी चूना- पत्थर ले जा रही थी.
इस मालगाड़ी का स्वामित्व सीमेंट कंपनी के पास है और इस रूट का उपयोग केवल चूना पत्थर को निर्माण इकाई तक पहुंचाने के लिए किया जाता है. इस बीच, रेलवे ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में उसकी कोई भूमिका नहीं है क्योंकि बुनियादी ढांचा निजी सीमेंट कंपनी के अधीन है. घटना की जानकारी होने पर सीमेंट कंपनी के आला अधिकारी व पुलिस मौके पर पहुंची गई है और मामले की जांच शुरू कर दी है.
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार की शाम बालासोर में एक भीषण ट्रेन हादसा हुआ था. इस दुर्घटना में 275 लोग मारे गए थे जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हो गए. हादसे का कारण तकनीकी खामी बताई गई. रेलवे की ओर से प्राथमिक जांच रिपोर्ट सौंप दी गई. वहीं, प्राथमिक जांच में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग को जिम्मेदार ठहराया गया. घटना की विस्तृत जांच जारी है. इस बीच रेल सेवा शनिवार रात शुरू कर दी गई. यह सेवा दुर्घटना के 51 घंटे बाद शुरू की गई. इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव स्वयं घटना स्थल पर मौजूद थे.
पहली ट्रेन गुजरने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान वह भावुक भी हो गए. इससे पहले उन्होंने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि इस हादसे के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही उन्होंने युद्धस्तर पर जुटकर रेल सेवा बहाल करने को लेकर रेलवे की टीम को बधाई दी. वहीं, इस मामले में रेलवे के एक शीर्ष अधिकारी ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि इस साल की शुरूआत में यहां सिस्टम में गड़बड़ी पाई गई थी. इसके बारे में अधिकारियों को सूचित किया गया था. उन्होंने उस घटना का जिक्र भी किया जब यह गड़बड़ी उजागर हुई थी.