तेजपुर: असम के सोनितपुर में एक दिन पहले ही डायन होने के शक में एक महिला की हत्या ने इलाके में सनसनी फैला दी और अंधविश्वास की कुप्रथा की सच्चाई सबके सामने ला दी. अब उस हत्या कांड के दूसरे दिन ही एक और मामला सामने आया है, जिसमें गांव वालों ने डायन और जादू-टोना करने के शक में एक बुजुर्ग दंपति के घर में तोड़-फोड़ की. इतना ही नहीं गांव वालों ने दंपति को गांव के बाहर निकाल दिया.
जानकारी के अनुसार असम-अरुणाचल सीमा पर चटाई नाइन माइल गांव में साठ साल से ऊपर के एक दंपति पर जादू-टोना करने का आरोप लगाकर गांव के लोगों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उनके आंगन के सभी पेड़ काट डाले. इसके बाद गांववालों ने उनके परिवार को गांव से बाहर भी खदेड़ दिया. बता दें कि दंपत्ति पिछले पांच साल से इलाके में जमीन खरीदकर रह रहे थे.
आर्थिक रूप से कमजोर यह परिवार दिहाड़ी मजदूरी करके किसी तरह अपना पेट पाल रहा था. सोमवार की सुबह वैष्ठ बसुमतारी नाम के एक व्यक्ति ने ग्रामीणों को बुलाया और दंपति को उन्हें डायन स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद गांव के लोगों ने घर और घर में रखे सामान को सड़क किनारे फेंक कर नष्ट कर दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने जोड़े को गांव से बाहर खदेड़ दिया.
लाचार होकर गरीब परिवार मदद की गुहार लेकर चारीदुआर थाने पहुंचा. पुलिस ने परिवार को आश्वासन दिया और उन्हें अपने रिश्तेदारों के घर पर रहने की सलाह दी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रविवार की रात तेजपुर के पास बांसबाड़ी में डायन होने के संदेह में एक महिला की कथित तौर पर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी.
आरोप है कि महिला को उसके दो नाबालिग बच्चों के सामने जिंदा जला दिया गया था. रविवार रात करीब 10 बजे संगीता काती नाम की महिला को सूरज बाघवार ने अपने चार साथियों की मदद से पीटा और आग लगा दी. घटना के बाद, सोनितपुर पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया और अन्य दो की तलाश कर रही है.