नई दिल्ली/बेंगलुरु : केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह शुक्रवार से कर्नाटक के मांड्या और बेंगलुरु ग्रामीण जिलों के दो दिवसीय दौरे पर होंगे (Amit Shah Karnataka visit). शाह गज्जालगेरे, मांड्या, पैलेस ग्राउंड्स, बेंगलुरु और सौहरदा, बेंगलुरु ग्रामीण जिले में तीन कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जो सभी सहकारी क्षेत्र से संबंधित हैं. वह कर्नाटक की अपनी दो दिवसीय यात्रा में जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे, जहां अगले साल 224 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं क्योंकि राज्य विधानसभा का कार्यकाल 28 मई, 2023 को समाप्त हो रहा है. गृह मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान गृह मंत्री शुक्रवार दोपहर मांड्या में मेगा डेयरी का उद्घाटन करेंगे और एक सभा को संबोधित करेंगे.
शुक्रवार शाम को मंत्री एक सहकारी सम्मेलन की अध्यक्षता भी करेंगे और बेंगलुरु के पैलेस ग्राउंड में भाषण देंगे. शनिवार की सुबह गृह मंत्री केंद्रीय खुफिया प्रशिक्षण संस्थान की आधारशिला रखेंगे और बेंगलुरु (ग्रामीण) के देवेनहल्ली इलाके में सुबह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के आवासीय और गैर-आवासीय परिसरों का उद्घाटन करेंगे.
केंद्रीय मंत्री शनिवार को दोपहर में बेंगलुरु में सौहरदा सहकारी संघ का दौरा भी करेंगे. शाह की कर्नाटक के मांड्या और बेंगलुरु जिले की यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि आगामी 2023 के चुनाव मुख्य रूप से पुराने मैसूर क्षेत्र में लड़े जाएंगे, जहां कांग्रेस और जद (एस) पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी हैं. इस क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कड़ी टक्कर देगी. शाह के दो दिवसीय दौरे में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ रणनीति बैठकें करने की भी उम्मीद है.
सिद्धरमैया बोले, कर्नाटक सरकार ने विधानसभा सत्र की अवधि कम की: कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की यात्रा के मद्देनजर विधानसभा सत्र में एक दिन की कटौती करने का आरोप लगाया. सिद्धरमैया ने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई में इतनी हिम्मत नहीं हैं कि वह शाह से कहें कि वह (शाह) सत्र के दौरान कर्नाटक की यात्रा पर न आएं.
उन्होंने कहा कि सत्र की अवधि एक दिन कम करना 'राज्य के विरुद्ध' है और मांग की है कि सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए इसे (सत्र को) एक और सप्ताह बढ़ाना जाना चाहिए.
सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, 'केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आवभगत के लिए कल सदन की कार्यवाही रद्द करने का कर्नाटक की भाजपा सरकार का फैसला राज्य के विरुद्ध है. मैं सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा का अवसर प्रदान करने के लिए सत्र एक सप्ताह बढ़ाने का अनुरोध करता हूं.'
कर्नाटक विधानसभा का 10 दिवसीय शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर को सीमावर्ती बेलगावी जिले में शुरू हुआ था और 30 दिसंबर को इसका समापन होना है. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेड़ी ने बुधवार को कहा था कि गुरुवार सत्र का अंतिम दिन है.
इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने कहा कि सदन में सार्वजनिक महत्व के कई मुद्दों पर चर्चा के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला और सरकार सत्र की अवधि बढ़ाने के बजाय उसे कम कर रही है.
उन्होंने कहा, 'अमित शाह आएंगे और चले जाएंगे. अमित शाह आ रहे हैं, क्या इसलिए सत्र स्थगित किया जा सकता है? (अमित शाह के कार्यक्रम में) जो जाना चाहता है, उसे जाने दें. दूसरी ओर सदन चलता रहे. विधानसभा अध्यक्ष तो कहीं नहीं जाएंगे. उन्हें (बोम्मई को) अमित शाह से कहना चाहिए कि मैं मुख्यमंत्री हूं. सत्र के दौरान न आएं. बाद में आएं. लेकिन उनमें इतनी हिम्मत है ही नहीं.'
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