औरंगाबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता एवं सांसद इम्तियाज जलील ने कहा है कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद का नाम बदलने के विरोध में चल रहे प्रदर्शन को रविवार को यहां होने वाली एक रैली से पहले रोक दिया जाएगा. उन्होंने साथ ही कहा कि शहर में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है.
जलील ने शहर के पुलिस प्रमुख निखिल गुप्ता के साथ शुक्रवार को एक बैठक के बाद कहा, 'सकल हिंदू समाज द्वारा यहां आयोजित रैली को संबोधित करने के लिए (औरंगाबाद के) बाहर से लोग आ रहे हैं. हमने अपना प्रदर्शन रोक दिया है. अब शांति बनाए रखना पुलिस की जिम्मेदारी है.' जलील ने कहा कि जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर करीब दो हफ्ते पहले शुरू हुई भूख हड़ताल शनिवार से रोक दी जाएगी.
एआईएमआईएम सांसद ने कहा, 'हम नाम बदलने के खिलाफ कानूनी लड़ाई को मजबूत करने के प्रयास जारी रखेंगे.' केंद्र सरकार ने पिछले महीने औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर 'छत्रपति संभाजीनगर' और उस्मानाबाद शहर का नाम बदलकर 'धाराशिव' रखने की मंजूरी दी थी. औरंगाबाद का नाम मुगल बादशाह औरंगजेब के नाम पर रखा गया था जबकि उस्मानाबाद का नाम हैदराबाद रियासत के 20वीं सदी के एक शासक के नाम पर रखा गया था.
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जलील ने आरोप लगाया कि शांति भंग करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, 'भड़काऊ भाषण देने संबंधी मामलों का सामना कर रहे लोग रविवार को यहां आकर रैली को संबोधित करने वाले हैं.' एआईएमआईएम नेता ने कहा कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण रहा है लेकिन ‘नाम बदलने के मुद्दे को अब सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है.' जलील ने कहा कि यह सुनिश्चित करना पुलिस की जिम्मेदारी है कि रविवार की रैली में कोई भड़काऊ भाषण न दिया जाए.
(पीटीआई-भाषा)