मेरठः जिले में शुक्रवार को नगर निकाय चुनाव के निवार्चित प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण समारोह था. इसके लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में शपथ ग्रहण समारोह में सारे प्रतिनिधि पहुंच भी गए. इसी बीच विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस सभागार में भारतीय जनता पार्टी के पार्षद और एआईएमआईएम के पार्षद भिड़ गए. दोनों गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई. बीजेपी का आरोप है कि शपथ ग्रहण समारोह के शुभारंभ में एआईएमआईएम के पार्षद ने वंदे मातरम नहीं गाया. इसी को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ.
दरअसल, जिले के नवनियुक्त महापौर और पार्षदों ने शपथ ग्रहण समारोह के शुभारंभ पर वंदे मातरम गाया था. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और पार्षदों ने आरोप लगाया कि एआईएमआईएम के नवनियुक्त पार्षदों ने वंदे मातरम नहीं गाया और न ही अपनी कुर्सी छोड़ी.
राष्ट्रगीत के दौरान वह बैठे ही रहे. इसके बाद एआईएमआईएम और भाजपा नेताओं के बीच कहासुनी होने लगी और देखते ही देखते कार्यक्रम जमकर मारपीट और हंगामा हो गया. इसके बाद एआईएमआईएम के नवनियुक्त पार्षदों ने शपथ ग्रहण का बहिष्कार कर दिया और कार्यक्रम से चले गए. मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने सभी को शांत करने की भी कोशिश की. बता दें कि मेरठ के नवनर्वाचित प्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण समारोह में जिस वक्त हंगामा हुआ. उस दौरान मौके पर मेरठ मण्डल की कमिश्नर समेत राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी, सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, प्रदेश सरकार के ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर भी मौजूद थे.
वहीं, एसपी सिटी ने कहा कि वंदे मातरम का विरोध करने और उसके बाद में जो भी घटना हुई उसके बाद एआईएमआईएम के लोगों को कार्यक्रम स्थल से बाहर कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को संपन्न करा दिया गया. उन्होंने कहा कि अभी इस मामले में आगे अधिकारियों की तरफ से जो भी निर्देश मिलेंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, एआईएमआईएम के वार्ड 75 से पार्षद के पति दिलशाद का आरोप है कि उनके साथ भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की है . मेरठ से नवनियुक्त महापौर हरिकांत अहलूवालिया का कहना है यह बहुत ही निंदनीय है कि वंदेमातरम से लोगों को आपत्ति है . उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की गरिमा को समझकर पार्षदों को सम्मान करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से कोई भी वंदे मातरम का विरोध करेगा तो यह बात उचित नहीं है. वह इसमें आगे अभी जानकारी करेंगे और चाहेंगे कि भविष्य में फिर कभी ऐसा न हो.
बता दें कि मेरठ से एआईएमआईएम के महापौर प्रत्याशी अनस दूसरे नंबर पर रहे थे जबकि 90 पार्षदों वाले मेरठ नगर निगम में इस बार एआईएमआईएम के 11 पार्षद जीतकर पहुंचे. पिछली बार इस पार्टी का एक पार्षद ही नगर निगम में था.
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