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कार्टून वायरल होने के बाद 'अब्बा जान' विवाद और बढ़ा - Asaduddin Owaisi

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में नेताओं की जुबान फिसलने लगी है. सत्ता से लेकर विपक्ष एक दूसरे को खरी-खोटी सुनाने में पीछे नहीं हट रहे हैं और अभी भी यूपी में 'अब्बा जान' विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है.

कार्टून वायरल होने के बाद 'अब्बा जान' विवाद और बढ़ा
कार्टून वायरल होने के बाद 'अब्बा जान' विवाद और बढ़ा
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Published : Sep 20, 2021, 4:33 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजनीति में 'अब्बा जान' विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को इस विवाद पर एक कार्टून भी वायरल हुआ है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव पर कटाक्ष करने वाले कार्टून के साथ भाजपा ने कथित तौर पर विवाद को हवा दी है.

कार्टून में ओवैसी और अखिलेश यादव को मुगल सम्राट जहांगीर और अनारकली के रूप में दिखाया गया है. जो गरीबों के लिए राशन की एक बोरी पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि 'अब्बा जान' मुलायम सिंह यादव को दिखाया गया है. कार्टून के दूसरे हिस्से में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गरीबों को राशन बांटते नजर आ रहे हैं. गौरतलब है कि हाल ही में योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जो 'अब्बा जान' की बात करते हैं, वही गरीबों के लिए बने राशन को खा जाते हैं.

इसे भी पढे़ं-पंजाब में दलित सीएम बनने पर मायावती बोलीं- कांग्रेस का राजनीतिक हथकंडा

आदित्यनाथ ने कुशीनगर में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. 2017 से पहले क्या सभी को राशन मिलता था? पहले केवल 'अब्बा जान' कहने वाले ही राशन खाते थे. अखिलेश यादव और ओवैसी ने कई अन्य विपक्षी नेताओं के साथ मुख्यमंत्री की टिप्पणी के लिए उन पर निशाना साधा. इससे विपक्षी दलों में एक बड़ा हंगामा हुआ, जिन्होंने आदित्यनाथ पर जबरदस्त सांप्रदायिकता का आरोप लगाया है.

दूसरी ओर अखिलेश यादव ने कहा चार साल से अधिक समय के बाद भी, यह सरकार नाम और रंग बदल रही है, सपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर अपना दावा कर रही है. जैसा कि वे जानते हैं कि उनकी सरकार रास्ते में है, उनकी भाषा बदल गई है. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले जब मुख्यमंत्री कुशीनगर गए, तो बच्चों और गरीबों को पहले नहाने और फिर मिलने के लिए साबुन और शैंपू दिए गए थे.

(आईएएनएस)

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजनीति में 'अब्बा जान' विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को इस विवाद पर एक कार्टून भी वायरल हुआ है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव पर कटाक्ष करने वाले कार्टून के साथ भाजपा ने कथित तौर पर विवाद को हवा दी है.

कार्टून में ओवैसी और अखिलेश यादव को मुगल सम्राट जहांगीर और अनारकली के रूप में दिखाया गया है. जो गरीबों के लिए राशन की एक बोरी पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि 'अब्बा जान' मुलायम सिंह यादव को दिखाया गया है. कार्टून के दूसरे हिस्से में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गरीबों को राशन बांटते नजर आ रहे हैं. गौरतलब है कि हाल ही में योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जो 'अब्बा जान' की बात करते हैं, वही गरीबों के लिए बने राशन को खा जाते हैं.

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आदित्यनाथ ने कुशीनगर में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. 2017 से पहले क्या सभी को राशन मिलता था? पहले केवल 'अब्बा जान' कहने वाले ही राशन खाते थे. अखिलेश यादव और ओवैसी ने कई अन्य विपक्षी नेताओं के साथ मुख्यमंत्री की टिप्पणी के लिए उन पर निशाना साधा. इससे विपक्षी दलों में एक बड़ा हंगामा हुआ, जिन्होंने आदित्यनाथ पर जबरदस्त सांप्रदायिकता का आरोप लगाया है.

दूसरी ओर अखिलेश यादव ने कहा चार साल से अधिक समय के बाद भी, यह सरकार नाम और रंग बदल रही है, सपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर अपना दावा कर रही है. जैसा कि वे जानते हैं कि उनकी सरकार रास्ते में है, उनकी भाषा बदल गई है. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले जब मुख्यमंत्री कुशीनगर गए, तो बच्चों और गरीबों को पहले नहाने और फिर मिलने के लिए साबुन और शैंपू दिए गए थे.

(आईएएनएस)

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