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तेलंगाना में गोदावरी का प्रकोप, भद्राचलम बेहाल, 95 गांव डूबे - तेलंगाना बाढ़ 2022 प्रभावित क्षेत्र

गोदावरी के प्रकोप से भद्राचलम बेहाल है. 32 साल बाद जलस्तर 70 फीट को पार कर गया है. आधी रात के बाद बाढ़ के स्थिर होने के प्रचार के बावजूद निचले इलाकों में बाढ़ की तीव्रता दोगुनी हो गई. भद्राद्री कोठागुडेम जिले के 95 गांव जलमग्न हो गए. दूसरे इलाकों में भी लोगों को परेशानी हो रही है. मंडल केंद्रों से करीब 200 गांव कट गए हैं. सार्वजनिक, परिवहन और संचार प्रणाली बुरी तरह बाधित हो गई. बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति सबसे दयनीय हो गई है.

तेलंगाना में बाढ़ की तस्वीर
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Published : Jul 16, 2022, 11:49 AM IST

Updated : Jul 16, 2022, 12:29 PM IST

हैदराबाद : गोदावरी के कोप से भद्राचलम सबसे अधिक बेहाल है. 32 साल बाद जलस्तर 70 फीट को पार कर गया है. इस बार बाढ़ का आलम एक जलप्रलय जैसा है. शुक्रवार रात दस बजे भद्राचलम में 24.29 लाख क्यूसेक पानी बह रहा है. घंटे दर घंटे बढ़ती बाढ़ से लोग दहशत में समय गुजार रहे हैं. पहले से ही जलमग्न इलाकों में लोग खतरे में हैं. भद्राद्री कोठागुडेम जिले के जलग्रहण क्षेत्र में बढ़ती गोदावरी बाढ़ से 95 गांव जलमग्न हो गए हैं. 77 स्थानों पर पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं. इन केंद्रों में 6,155 परिवारों के 20,922 लोगों को स्थानांतरित किया गया है. आधी रात के बाद बाढ़ के स्थिर होने के प्रचार के बावजूद निचले इलाकों में बाढ़ की तीव्रता दोगुनी हो गई. फसलों को भारी नुकसान हुआ है. सैकड़ों गांवों में बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हो गए. आपूर्ति पूरी तरह ठप है. दुम्मुगुडेम और चारला मंडलों में गंभीर समस्या के कारण सभी संचार प्रणालियां पंगु हो गईं. मंडल केंद्रों से करीब 200 गांव कट गए हैं. सार्वजनिक, परिवहन और संचार प्रणाली बुरी तरह बाधित हो गई. बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति सबसे दयनीय हो गई है.

तेलंगाना में बाढ़ की तस्वीर
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सजावटी पुनर्वास केंद्र : पुनर्वास केंद्र सजावटी हो गए हैं. समय पर भोजन न करने के कारण वे भूखे थे. भद्राचलम बीसी गर्ल्स हॉस्टल में चावल के लिए धरना देना पड़ा. इसी तरह की स्थिति बीसी बॉयज हॉस्टल में भी रही. अश्वपुरम मंडल के कुम्मारिगुडेम में गोदावरी के तट पर मिशन भगीरथ के मुख्य सेवन कुएं और संबंधित बिजली सबस्टेशनों में पानी भर गया. शुक्रवार शाम से इसी मंडल के भारजला प्लांट में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे प्रवेश कर रहा है. बाढ़ मनुगुरु के पास भद्राद्री थर्मल पावर स्टेशन के कोयला यार्ड में पहुंच गई.

तेलंगाना में बाढ़ की तस्वीर
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पढ़ें: तेलंगाना के भद्राचलम में बाढ़ की स्थिति गंभीर, सीएम ने दिए राहत कार्यों के निर्देश

स्थिति बिगड़ती है तो स्विचयार्ड में पानी घुसने का खतरा रहता है. अगर ऐसा होता है तो इकाइयों को बंद कर देना चाहिए. बाढ़ का खतरा मनुगुरु ओपन कास्ट बरगमपाडु मंडल में आईटीसी कारखाने में उत्पादन बंद हो गया. मंत्री का बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा परिवहन मंत्री पुववाड़ा अजयकुमार और कलेक्टर अनुदीप ने गोदावरी बाढ़ में फंसे बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. उन्होंने घुटने गहरी बाढ़ में भद्राचलम में शांतिनगर कॉलोनी और सुभाष नगर कॉलोनी का दौरा किया. जो पीड़ित पुनर्वास केंद्रों में नहीं गए, उनसे बात की गई और केंद्रों में ले जाया गया. करकट्टा की जांच की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री केसीआर ने मंत्री को फोन किया. उन्होंने बाढ़ की गंभीरता और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे उपायों के बारे में जानकारी ली.

तेलंगाना में बाढ़ की तस्वीर
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तीन जिलों के 75 गांवों में बाढ़ का पानी: गोदावरी बाढ़ अपने अधिकतम स्तर पर पहुंच गई है, जिससे 3 जिलों के कुल 241 गांव जलमग्न हो गए हैं. जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु और भद्राद्री जिले के गांवों में पानी भर गया है. शुक्रवार रात तक 75 गांव बाढ़ के पानी में डूब गए थे. इन गांवों में खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए और कई घरों में पानी घुस गया. भले ही बारिश थम गई हो, लेकिन गोदावरी में बाढ़ के कारण तटीय क्षेत्रों के गांव अभी भी जलमग्न हैं. जयशंकर भूपालपल्ली जिले के कटाराम, महादेवपुर और पालीमेला मंडलों के लगभग 41 गांवों में 4,000 लोग पुनर्वास केंद्रों में हैं. पलिमेला मंडल अभी भी अंधेरे में है. मुलुगु जिले के वेंकटपुरम एतुरु नगरम, वाजेदु, मंगापेट और कन्नेपल्ली मंडल के 60 गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है.

तेलंगाना में बाढ़ की तस्वीर
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पानी के नीचे कन्नेपल्ली पंप: बाढ़ के पानी में डूबे कालेश्वरम परियोजना में कन्नेपल्ली (लक्ष्मी) पंप हाउस को बंद कर दिया गया. भारी बाढ़ के कारण पंप हाउस काम नहीं कर पा रहा है. पंप हाउस के17 मोटर बाढ़ के पानी में है. पंपहाउस में लगभग 105 मीटर तक पानी है. इंजीनियरिंग अधिकारियों का कहना है कि पानी तभी पंप किया जा सकता है, जब वह 100 मीटर से कम हो.

पढ़ें: गुजरात : देवदूत बने कोस्ट गार्ड, बाढ़ में फंसी ग्यारह महीने की बच्ची को किया एयरलिफ्ट

मुख्यमंत्री के आदेश पर भद्राचलम के लिए हेलीकॉप्टर : गोदावरी के खतरनाक स्तर पर पहुंचने पर राज्य सरकार ने बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रखने और राहत कार्यों के लिए जरूरी उपकरण मुहैया कराने के लिए शुक्रवार को एक हेलीकॉप्टर भद्राचलम भेजा. सीएम केसीआर ने परिवहन मंत्री पुववाड़ा अजयकुमार के अनुरोध का जवाब दिया और सरकार के मुख्य सचिव सोमेशकुमार को आदेश जारी किए. उन्होंने विमानन अधिकारियों को सूचित किया. तुरंत हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी. मंत्री पुववाड़ा के निर्देश पर एनडीआरएफ की 10 टीमें, सेना की 5 टीमें और सिंगरेनी बचाव दल भद्राचलम पहुंचे. मंत्री पुववाड़ा ने उनके अनुरोध पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए सीएम को धन्यवाद दिया और हेलीकॉप्टर प्रदान किया.

ट्रैफिक बैंड : महाराष्ट्र के चिंतालपल्ली (सिरोंचा) में कलेश्वरम में तेलंगाना-महाराष्ट्र को जोड़ने वाली अंतर-राज्यीय पुल संपर्क सड़क शुक्रवार सुबह बढ़ती गोदावरी बाढ़ के कारण कट गई. नतीजतन, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है. महाराष्ट्र सरकार ने इसे 250 करोड़ रुपये की लागत से बनाया है. महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और हमारे राज्य के तत्कालीन मंत्री तुम्माला नागेश्वर राव ने 30 दिसंबर 2016 को उद्घाटन समारोह में भाग लिया. इस सड़क के बनने के बाद कई राज्यों में परिवहन आसान हो गया. मालूम हो कि राष्ट्रीय राजमार्ग अधिकारी इसे जल्द ही बहाल करेंगे.

पढ़ें: तेलंगाना में बाढ़ में फंसे दो माह के बच्चे को ऐसे निकाला, हेलीकॉप्टर से बचाई दो किसानों की जान

आज और कल भी भारी बारिश: ओडिशा तट पर कम दबाव का कहर जारी है. इसके अलावा, 7.6 किमी की ऊंचाई तक हवाओं के साथ सतह परिसंचरण का विस्तार हुआ है. तेलंगाना में मानसून की हलचल आम है. मौसम विभाग ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि शनिवार को मध्यम और रविवार को कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है. शुक्रवार को सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक सबसे ज्यादा बारिश मोहम्मदाबाद (महबूबनगर जिले) में 1.4 सेंटीमीटर, मद्दुर (नारायणपेट) में 1.2 सेंटीमीटर, बर्दीपाडु (जोगुलम्बा) में 1.2 सेंटीमीटर और धर्मावरम (मुलुगु) में एक सेंटीमीटर बारिश हुई. सिर्फ पांच इलाकों में 1 से 1.4 सेंटीमीटर बारिश हुई.

राहत कार्यों में असमंजस: बाढ़ राहत कार्यों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. नाव पलटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. भार्गमपाडु भारती भवन के पास से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए नाव पर सवार 10 लोग. नाव में चालक दल के दो सदस्यों के साथ कुल 12 लोग यात्रा कर रहे हैं. स्थानीय मिल केंद्र के पास एक पोल से टकराकर नाव पलट गई. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना एनडीआरएफ की टीम को दी. मौके पर पहुंची टीम के सदस्यों ने स्थानीय लोगों की मदद से 11 लोगों को बाहर निकाला. वेंकटनार हार गए.

पत्रकार का शव मिला: आदिवासियों पर खबर लेने के लिए कार समेत लापता हुए टीवी पत्रकार जमीर (38) की मौत हो गई है. शुक्रवार को उसका शव मिला. जमीर अपने दोस्त इरशाद अली के साथ जगत्याला जिले के रायकल मंडल के बोर्नपल्ली से वापस जा रहे थे, जब कार रामजीपेट के उपनगरीय इलाके में पुलिया में डूब गई. इरशात कार से उतरकर तैरकर किनारे पर आ गया, जमीर करंट में फंस गया. 60 घंटे की तलाशी के बाद शुक्रवार को जमीर का शव मिला.

हैदराबाद : गोदावरी के कोप से भद्राचलम सबसे अधिक बेहाल है. 32 साल बाद जलस्तर 70 फीट को पार कर गया है. इस बार बाढ़ का आलम एक जलप्रलय जैसा है. शुक्रवार रात दस बजे भद्राचलम में 24.29 लाख क्यूसेक पानी बह रहा है. घंटे दर घंटे बढ़ती बाढ़ से लोग दहशत में समय गुजार रहे हैं. पहले से ही जलमग्न इलाकों में लोग खतरे में हैं. भद्राद्री कोठागुडेम जिले के जलग्रहण क्षेत्र में बढ़ती गोदावरी बाढ़ से 95 गांव जलमग्न हो गए हैं. 77 स्थानों पर पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं. इन केंद्रों में 6,155 परिवारों के 20,922 लोगों को स्थानांतरित किया गया है. आधी रात के बाद बाढ़ के स्थिर होने के प्रचार के बावजूद निचले इलाकों में बाढ़ की तीव्रता दोगुनी हो गई. फसलों को भारी नुकसान हुआ है. सैकड़ों गांवों में बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हो गए. आपूर्ति पूरी तरह ठप है. दुम्मुगुडेम और चारला मंडलों में गंभीर समस्या के कारण सभी संचार प्रणालियां पंगु हो गईं. मंडल केंद्रों से करीब 200 गांव कट गए हैं. सार्वजनिक, परिवहन और संचार प्रणाली बुरी तरह बाधित हो गई. बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति सबसे दयनीय हो गई है.

तेलंगाना में बाढ़ की तस्वीर
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सजावटी पुनर्वास केंद्र : पुनर्वास केंद्र सजावटी हो गए हैं. समय पर भोजन न करने के कारण वे भूखे थे. भद्राचलम बीसी गर्ल्स हॉस्टल में चावल के लिए धरना देना पड़ा. इसी तरह की स्थिति बीसी बॉयज हॉस्टल में भी रही. अश्वपुरम मंडल के कुम्मारिगुडेम में गोदावरी के तट पर मिशन भगीरथ के मुख्य सेवन कुएं और संबंधित बिजली सबस्टेशनों में पानी भर गया. शुक्रवार शाम से इसी मंडल के भारजला प्लांट में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे प्रवेश कर रहा है. बाढ़ मनुगुरु के पास भद्राद्री थर्मल पावर स्टेशन के कोयला यार्ड में पहुंच गई.

तेलंगाना में बाढ़ की तस्वीर
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पढ़ें: तेलंगाना के भद्राचलम में बाढ़ की स्थिति गंभीर, सीएम ने दिए राहत कार्यों के निर्देश

स्थिति बिगड़ती है तो स्विचयार्ड में पानी घुसने का खतरा रहता है. अगर ऐसा होता है तो इकाइयों को बंद कर देना चाहिए. बाढ़ का खतरा मनुगुरु ओपन कास्ट बरगमपाडु मंडल में आईटीसी कारखाने में उत्पादन बंद हो गया. मंत्री का बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा परिवहन मंत्री पुववाड़ा अजयकुमार और कलेक्टर अनुदीप ने गोदावरी बाढ़ में फंसे बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. उन्होंने घुटने गहरी बाढ़ में भद्राचलम में शांतिनगर कॉलोनी और सुभाष नगर कॉलोनी का दौरा किया. जो पीड़ित पुनर्वास केंद्रों में नहीं गए, उनसे बात की गई और केंद्रों में ले जाया गया. करकट्टा की जांच की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री केसीआर ने मंत्री को फोन किया. उन्होंने बाढ़ की गंभीरता और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे उपायों के बारे में जानकारी ली.

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तीन जिलों के 75 गांवों में बाढ़ का पानी: गोदावरी बाढ़ अपने अधिकतम स्तर पर पहुंच गई है, जिससे 3 जिलों के कुल 241 गांव जलमग्न हो गए हैं. जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु और भद्राद्री जिले के गांवों में पानी भर गया है. शुक्रवार रात तक 75 गांव बाढ़ के पानी में डूब गए थे. इन गांवों में खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए और कई घरों में पानी घुस गया. भले ही बारिश थम गई हो, लेकिन गोदावरी में बाढ़ के कारण तटीय क्षेत्रों के गांव अभी भी जलमग्न हैं. जयशंकर भूपालपल्ली जिले के कटाराम, महादेवपुर और पालीमेला मंडलों के लगभग 41 गांवों में 4,000 लोग पुनर्वास केंद्रों में हैं. पलिमेला मंडल अभी भी अंधेरे में है. मुलुगु जिले के वेंकटपुरम एतुरु नगरम, वाजेदु, मंगापेट और कन्नेपल्ली मंडल के 60 गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है.

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पानी के नीचे कन्नेपल्ली पंप: बाढ़ के पानी में डूबे कालेश्वरम परियोजना में कन्नेपल्ली (लक्ष्मी) पंप हाउस को बंद कर दिया गया. भारी बाढ़ के कारण पंप हाउस काम नहीं कर पा रहा है. पंप हाउस के17 मोटर बाढ़ के पानी में है. पंपहाउस में लगभग 105 मीटर तक पानी है. इंजीनियरिंग अधिकारियों का कहना है कि पानी तभी पंप किया जा सकता है, जब वह 100 मीटर से कम हो.

पढ़ें: गुजरात : देवदूत बने कोस्ट गार्ड, बाढ़ में फंसी ग्यारह महीने की बच्ची को किया एयरलिफ्ट

मुख्यमंत्री के आदेश पर भद्राचलम के लिए हेलीकॉप्टर : गोदावरी के खतरनाक स्तर पर पहुंचने पर राज्य सरकार ने बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रखने और राहत कार्यों के लिए जरूरी उपकरण मुहैया कराने के लिए शुक्रवार को एक हेलीकॉप्टर भद्राचलम भेजा. सीएम केसीआर ने परिवहन मंत्री पुववाड़ा अजयकुमार के अनुरोध का जवाब दिया और सरकार के मुख्य सचिव सोमेशकुमार को आदेश जारी किए. उन्होंने विमानन अधिकारियों को सूचित किया. तुरंत हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी. मंत्री पुववाड़ा के निर्देश पर एनडीआरएफ की 10 टीमें, सेना की 5 टीमें और सिंगरेनी बचाव दल भद्राचलम पहुंचे. मंत्री पुववाड़ा ने उनके अनुरोध पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए सीएम को धन्यवाद दिया और हेलीकॉप्टर प्रदान किया.

ट्रैफिक बैंड : महाराष्ट्र के चिंतालपल्ली (सिरोंचा) में कलेश्वरम में तेलंगाना-महाराष्ट्र को जोड़ने वाली अंतर-राज्यीय पुल संपर्क सड़क शुक्रवार सुबह बढ़ती गोदावरी बाढ़ के कारण कट गई. नतीजतन, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है. महाराष्ट्र सरकार ने इसे 250 करोड़ रुपये की लागत से बनाया है. महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और हमारे राज्य के तत्कालीन मंत्री तुम्माला नागेश्वर राव ने 30 दिसंबर 2016 को उद्घाटन समारोह में भाग लिया. इस सड़क के बनने के बाद कई राज्यों में परिवहन आसान हो गया. मालूम हो कि राष्ट्रीय राजमार्ग अधिकारी इसे जल्द ही बहाल करेंगे.

पढ़ें: तेलंगाना में बाढ़ में फंसे दो माह के बच्चे को ऐसे निकाला, हेलीकॉप्टर से बचाई दो किसानों की जान

आज और कल भी भारी बारिश: ओडिशा तट पर कम दबाव का कहर जारी है. इसके अलावा, 7.6 किमी की ऊंचाई तक हवाओं के साथ सतह परिसंचरण का विस्तार हुआ है. तेलंगाना में मानसून की हलचल आम है. मौसम विभाग ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि शनिवार को मध्यम और रविवार को कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है. शुक्रवार को सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक सबसे ज्यादा बारिश मोहम्मदाबाद (महबूबनगर जिले) में 1.4 सेंटीमीटर, मद्दुर (नारायणपेट) में 1.2 सेंटीमीटर, बर्दीपाडु (जोगुलम्बा) में 1.2 सेंटीमीटर और धर्मावरम (मुलुगु) में एक सेंटीमीटर बारिश हुई. सिर्फ पांच इलाकों में 1 से 1.4 सेंटीमीटर बारिश हुई.

राहत कार्यों में असमंजस: बाढ़ राहत कार्यों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. नाव पलटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. भार्गमपाडु भारती भवन के पास से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए नाव पर सवार 10 लोग. नाव में चालक दल के दो सदस्यों के साथ कुल 12 लोग यात्रा कर रहे हैं. स्थानीय मिल केंद्र के पास एक पोल से टकराकर नाव पलट गई. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना एनडीआरएफ की टीम को दी. मौके पर पहुंची टीम के सदस्यों ने स्थानीय लोगों की मदद से 11 लोगों को बाहर निकाला. वेंकटनार हार गए.

पत्रकार का शव मिला: आदिवासियों पर खबर लेने के लिए कार समेत लापता हुए टीवी पत्रकार जमीर (38) की मौत हो गई है. शुक्रवार को उसका शव मिला. जमीर अपने दोस्त इरशाद अली के साथ जगत्याला जिले के रायकल मंडल के बोर्नपल्ली से वापस जा रहे थे, जब कार रामजीपेट के उपनगरीय इलाके में पुलिया में डूब गई. इरशात कार से उतरकर तैरकर किनारे पर आ गया, जमीर करंट में फंस गया. 60 घंटे की तलाशी के बाद शुक्रवार को जमीर का शव मिला.

Last Updated : Jul 16, 2022, 12:29 PM IST
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