ETV Bharat / bharat

कारगिल विजय दिवस 2022: राष्ट्रपति, पीएम मोदी और राजनाथ समेत कइयों ने वीर सपूतों को किया नमन

author img

By

Published : Jul 26, 2022, 8:54 AM IST

Updated : Jul 26, 2022, 11:49 AM IST

देश में हर साल 26 जुलाई यानी आज के दिन कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है. कारगिल विजय दिवस भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है.

Kargil Vijay Diwas 2022
कारगिल विजय दिवस 2022

नई दिल्ली: कारगिल विजय दिवस 2022 के मौके पर देशभर में वीर सपूतों को याद किया जा रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह एवं अन्य नेताओं ने वीर सपूतों को नमन किया. वहीं, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह वॉर मेमोरियल पहुंचे और वीरों को श्रद्धांजलि दी. कारगिल विजय दिवस उस ऐतिहासिक दिन की स्मृति में मनाया जाता है जब भारत के वीर सैनिकों ने 1999 में कारगिल में पाकिस्तान के खिलाफ हुए युद्ध में विजय हासिल की थी.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि ‘करगिल विजय दिवस’ सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता का प्रतीक है और लोग भारत माता की रक्षा करने के लिए अपना जीवन कुर्बान करने वाले वीर जवानों के हमेशा ऋणी रहेंगे. भारतीय सेना ने लद्दाख में करगिल के ऊंचे पतर्वतीय इलाकों में करीब तीन महीने चले युद्ध के बाद जीत की घोषणा करते हुए 26 जुलाई 1999 को ‘ऑपरेशन विजय’ की सफलता का एलान किया था। भारत की जीत को याद करने लिए 26 जुलाई को ‘करगिल विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.

  • कारगिल विजय दिवस मां भारती की आन-बान और शान का प्रतीक है। इस अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के सभी साहसी सपूतों को मेरा शत-शत नमन। जय हिंद! pic.twitter.com/wIHyTrNPMU

    — Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुर्मू ने ट्वीट किया, ‘करगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता, पराक्रम और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। भारत माता की रक्षा करने के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सभी वीर सैनिकों को मैं नमन करती हूं. सभी देशवासी इन शहीदों और उनके परिजनों के प्रति सदैव ऋणी रहेंगे. जय हिंद.’

करगिल युद्ध में देश से 500 से अधिक जवान शहीद हुए थे. कारगिल विजय दिवस भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण दिन है. कारगिल विजय दिवस देश भर में उन भारतीय शूर वीरों को याद करने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण त्याग दिए. पीएम मोदी ने कहा, 'कारगिल विजय दिवस मां भारती की आन-बान और शान का प्रतीक है. इस अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के सभी साहसी सपूतों को मेरा शत-शत नमन. जय हिंद!'

#WATCH | Defence Minister Rajnath Singh pays tribute to soldiers who lost their lives in the 1999 Kargil War and lays a wreath at the National War Memorial in Delhi, on #KargilVijayDiwas pic.twitter.com/kyHrOLZZGP

— ANI (@ANI) July 26, 2022 ">

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को नमन किया. उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया. गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर वीर सपूतों को याद करते हुए उन्हें नमन किया. गृहमंत्री ने कहा, 'कारगिल विजय दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक है. आज का दिन गौरवान्वित होने के साथ ही हमारे जवानों की वीरता का स्मरण कर उसका सम्मान करने का भी दिन है. अपनी बहादुरी से कारगिल से दुश्मनों को खदेड़कर पुन: तिरंगा लहराने वाले जवानों को हृदय से नमन करता हूँ.'

  • कारगिल विजय दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक है। आज का दिन गौरवान्वित होने के साथ ही हमारे जवानों की वीरता का स्मरण कर उसका सम्मान करने का भी दिन है।

    अपनी बहादुरी से कारगिल से दुश्मनों को खदेड़कर पुन: तिरंगा लहराने वाले जवानों को हृदय से नमन करता हूँ। pic.twitter.com/ewmcYBwGPw

    — Amit Shah (@AmitShah) July 26, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

तीनों सेना प्रमुखों- थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया.

ये भी पढ़ें- कारगिल विजय दिवस : जांबाज भारतीय सेना ने जीती थी हारी हुई बाजी, जानें कैसे हुआ मुमकिन

श्रीनगर में कारगिल विजय दिवस समारोह : कारगिल विजय दिवस के 23 साल पूरे देश के साथ श्रीनगर में मनाया जा रहा है. श्रीनगर के द्रास में आज जहां सबसे बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, वहीं सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक समारोह का सुझाव दिया है. श्रीनगर के बादामी बाग छावनी के पास लड़ाई के दौरान शहीद हुए जवानों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई थी. यहां से कारगिल विजय मशाल लेकर इसे झेलम नदी के रास्ते जीरो ब्रिज तक ले जाया जाएगा. शाम को डल झील के पास कारगिल युद्ध की जीत का जश्न मनाने का कार्यक्रम होगा. दिलचस्प बात यह है कि 1999 में लगभग तीन महीने तक चले कारगिल युद्ध के दौरान 527 भारतीय सैनिक मारे गए थे जबकि 1363 सैनिक घायल हुए थे.

नई दिल्ली: कारगिल विजय दिवस 2022 के मौके पर देशभर में वीर सपूतों को याद किया जा रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह एवं अन्य नेताओं ने वीर सपूतों को नमन किया. वहीं, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह वॉर मेमोरियल पहुंचे और वीरों को श्रद्धांजलि दी. कारगिल विजय दिवस उस ऐतिहासिक दिन की स्मृति में मनाया जाता है जब भारत के वीर सैनिकों ने 1999 में कारगिल में पाकिस्तान के खिलाफ हुए युद्ध में विजय हासिल की थी.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि ‘करगिल विजय दिवस’ सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता का प्रतीक है और लोग भारत माता की रक्षा करने के लिए अपना जीवन कुर्बान करने वाले वीर जवानों के हमेशा ऋणी रहेंगे. भारतीय सेना ने लद्दाख में करगिल के ऊंचे पतर्वतीय इलाकों में करीब तीन महीने चले युद्ध के बाद जीत की घोषणा करते हुए 26 जुलाई 1999 को ‘ऑपरेशन विजय’ की सफलता का एलान किया था। भारत की जीत को याद करने लिए 26 जुलाई को ‘करगिल विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.

  • कारगिल विजय दिवस मां भारती की आन-बान और शान का प्रतीक है। इस अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के सभी साहसी सपूतों को मेरा शत-शत नमन। जय हिंद! pic.twitter.com/wIHyTrNPMU

    — Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुर्मू ने ट्वीट किया, ‘करगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता, पराक्रम और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। भारत माता की रक्षा करने के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सभी वीर सैनिकों को मैं नमन करती हूं. सभी देशवासी इन शहीदों और उनके परिजनों के प्रति सदैव ऋणी रहेंगे. जय हिंद.’

करगिल युद्ध में देश से 500 से अधिक जवान शहीद हुए थे. कारगिल विजय दिवस भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण दिन है. कारगिल विजय दिवस देश भर में उन भारतीय शूर वीरों को याद करने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण त्याग दिए. पीएम मोदी ने कहा, 'कारगिल विजय दिवस मां भारती की आन-बान और शान का प्रतीक है. इस अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के सभी साहसी सपूतों को मेरा शत-शत नमन. जय हिंद!'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को नमन किया. उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया. गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर वीर सपूतों को याद करते हुए उन्हें नमन किया. गृहमंत्री ने कहा, 'कारगिल विजय दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक है. आज का दिन गौरवान्वित होने के साथ ही हमारे जवानों की वीरता का स्मरण कर उसका सम्मान करने का भी दिन है. अपनी बहादुरी से कारगिल से दुश्मनों को खदेड़कर पुन: तिरंगा लहराने वाले जवानों को हृदय से नमन करता हूँ.'

  • कारगिल विजय दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक है। आज का दिन गौरवान्वित होने के साथ ही हमारे जवानों की वीरता का स्मरण कर उसका सम्मान करने का भी दिन है।

    अपनी बहादुरी से कारगिल से दुश्मनों को खदेड़कर पुन: तिरंगा लहराने वाले जवानों को हृदय से नमन करता हूँ। pic.twitter.com/ewmcYBwGPw

    — Amit Shah (@AmitShah) July 26, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

तीनों सेना प्रमुखों- थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया.

ये भी पढ़ें- कारगिल विजय दिवस : जांबाज भारतीय सेना ने जीती थी हारी हुई बाजी, जानें कैसे हुआ मुमकिन

श्रीनगर में कारगिल विजय दिवस समारोह : कारगिल विजय दिवस के 23 साल पूरे देश के साथ श्रीनगर में मनाया जा रहा है. श्रीनगर के द्रास में आज जहां सबसे बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, वहीं सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक समारोह का सुझाव दिया है. श्रीनगर के बादामी बाग छावनी के पास लड़ाई के दौरान शहीद हुए जवानों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई थी. यहां से कारगिल विजय मशाल लेकर इसे झेलम नदी के रास्ते जीरो ब्रिज तक ले जाया जाएगा. शाम को डल झील के पास कारगिल युद्ध की जीत का जश्न मनाने का कार्यक्रम होगा. दिलचस्प बात यह है कि 1999 में लगभग तीन महीने तक चले कारगिल युद्ध के दौरान 527 भारतीय सैनिक मारे गए थे जबकि 1363 सैनिक घायल हुए थे.

Last Updated : Jul 26, 2022, 11:49 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.