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प्रताप गौरव केन्द्र महज पर्यटन स्थल नहीं बल्कि राष्ट्रीय गौरव का अनूठा स्थल है: देवनानी - वासुदेव देवनानी

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी गुरुवार को उदयपुर के प्रताप गौरव केंद्र पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि प्रताप गौरव केंद्र महज एक पर्यटन स्थल नहीं बल्कि राष्ट्रीय गौरव और राष्ट्रीय चेतना का अनूठा स्थल है.

Pratap Gaurav Kendra
प्रताप गौरव केन्द्र
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 4, 2024, 6:22 PM IST

उदयपुर. राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी गुरुवार को जयपुर प्रस्थान करने से पूर्व उदयपुर के प्रताप गौरव केन्द्र पहुंचे. देवनानी ने वीरता, पराक्रम, त्याग और देश भक्ति के प्रतीक महान योद्धा महाराणा प्रताप स्मारक को नमन कर श्रद्धा से पुष्पांजलि अर्पित की. देवनानी ने कहा कि प्रताप गौरव केन्द्र महज पर्यटन स्थल ही नहीं है बल्कि यह राष्ट्रीय गौरव और राष्ट्रीय चेतना का अनूठा केन्द्र भी है.

देवनानी ने कहा कि पर्यटन स्थल के रूप में प्रदेश और देश में इस केन्द्र ने राष्ट्रीय पर्यटन नक्शे में स्थान बनाया है. यह गौरव केन्द्र हमारे लिए तीर्थ स्थल भी है. वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप राष्ट्र के लिए प्रातः स्मरणीय है. राष्ट्र के गौरव हैं. भारतीय मानव जीवन के आदर्श महाराणा प्रताप के जीवन से युवाओं को देश भक्ति और त्याग का पाठ सीखना चाहिए. देवनानी ने अपने शिक्षा मंत्री काल के दौरान प्रदेश की विद्यालय शिक्षा में अकबर महान के अध्याय को हटवाकर प्रताप महान का नया अध्याय शामिल कराया था. उनके इस प्रभावशाली कदम और चुनौतीपूर्ण पहल से देश और प्रदेश के इतिहास में महाराणा प्रताप को गौरवशाली स्थान मिला.

पढ़ें: असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया पहुंचे मेवाड़, प्रताप गौरव केंद्र में वाटर लेजर शो का करेंगे शुभारंभ

वासुदेव देवनानी की इस प्रताप गौरव केन्द्र के निर्माण और इसकी परिकल्पना में महत्वपूर्ण भूमिका रही है. देवनानी वीर शिरोमणी प्रताप समिति के प्रथम अध्यक्ष रहे हैं. वर्तमान में प्रताप गौरव केन्द्र समिति की कार्यकारिणी के सदस्य हैं. देवनानी की अध्यक्षता में बनी समिति की दूरगामी सोच की परिकल्पना के अनुरूप ही यहां प्रताप स्मारक स्थल का निर्माण किया गया और इसके संचालन के लिए प्रताप गौरव केन्द्र समिति का गठन किया गया.

उदयपुर. राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी गुरुवार को जयपुर प्रस्थान करने से पूर्व उदयपुर के प्रताप गौरव केन्द्र पहुंचे. देवनानी ने वीरता, पराक्रम, त्याग और देश भक्ति के प्रतीक महान योद्धा महाराणा प्रताप स्मारक को नमन कर श्रद्धा से पुष्पांजलि अर्पित की. देवनानी ने कहा कि प्रताप गौरव केन्द्र महज पर्यटन स्थल ही नहीं है बल्कि यह राष्ट्रीय गौरव और राष्ट्रीय चेतना का अनूठा केन्द्र भी है.

देवनानी ने कहा कि पर्यटन स्थल के रूप में प्रदेश और देश में इस केन्द्र ने राष्ट्रीय पर्यटन नक्शे में स्थान बनाया है. यह गौरव केन्द्र हमारे लिए तीर्थ स्थल भी है. वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप राष्ट्र के लिए प्रातः स्मरणीय है. राष्ट्र के गौरव हैं. भारतीय मानव जीवन के आदर्श महाराणा प्रताप के जीवन से युवाओं को देश भक्ति और त्याग का पाठ सीखना चाहिए. देवनानी ने अपने शिक्षा मंत्री काल के दौरान प्रदेश की विद्यालय शिक्षा में अकबर महान के अध्याय को हटवाकर प्रताप महान का नया अध्याय शामिल कराया था. उनके इस प्रभावशाली कदम और चुनौतीपूर्ण पहल से देश और प्रदेश के इतिहास में महाराणा प्रताप को गौरवशाली स्थान मिला.

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वासुदेव देवनानी की इस प्रताप गौरव केन्द्र के निर्माण और इसकी परिकल्पना में महत्वपूर्ण भूमिका रही है. देवनानी वीर शिरोमणी प्रताप समिति के प्रथम अध्यक्ष रहे हैं. वर्तमान में प्रताप गौरव केन्द्र समिति की कार्यकारिणी के सदस्य हैं. देवनानी की अध्यक्षता में बनी समिति की दूरगामी सोच की परिकल्पना के अनुरूप ही यहां प्रताप स्मारक स्थल का निर्माण किया गया और इसके संचालन के लिए प्रताप गौरव केन्द्र समिति का गठन किया गया.

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