उदयपुर. जिले की गोवर्धन विलास थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सेक्टर नंबर 14 स्थित एक अपार्टमेंट में संचालित फर्जी कॉल सेंटर (Udaipur Police raids fake call center) पर छापा मारा है. जहां से तीन युवतियों समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. फर्जी कॉल सेंटर के जरिए युवक-युवतियां अमेरिका के लोगों को फर्जी कॉल कर ठगी का शिकार बनाते थे.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक फर्जी कॉल सेंटर पर युवक-युक्तियां इंटरनेट कॉलिंग की मदद से अमेरिका के नागरिकों को कॉल करके ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाते थे. गिरफ्तार आरोपियों में अधिकतर युवक मुंबई के निवासी बताए जा रहे हैं, हालांकि इनका मास्टरमाइंड मुंबई में बैठकर कॉल सेंटर को संचालित करता था. गिरफ्तार युवक-युवतियां कॉले सेंटर में महीने की 15 हजार की तनख्वा में काम करते थे.
थाना अधिकारी चैनसिंह ने बताया कि पुलिस को देर रात सूचना मिली. इस दौरान पुलिस ने गश्त करते हुए एक कॉपलेक्स के बाहर कुछ युवक-युवतियों को घूमते हुए देखा. जब उनसे पुलिस ने पूछताछ की तो वह सभी घबरा गए, जिसके बाद पुलिस कॉपलेक्स के अंदर चली गई. जहां कई कंप्यूटर चालू थे. वहीं कुछ लोग फोन पर बात कर रहे थे.
शहर के सेक्टर नंबर 14 में आबूरोड निवासी तरुण मिश्रा मुंबई में बैठे मास्टरमाइंड जीवन वानखेड़े के इशारे पर इस कॉल सेंटर को संचालित कर रहा था. हर रोज अमेरिका के नागरिकों का डाटा भेजने का काम करता था. इसके बाद उन्हें मैसेज और कॉल कर ठगा जाता था.
पुलिस ने बताया कि कॉल सेंटर से अमेरिका के नागरिकों को मैसेज और कॉलिंग की जाती थी. फिर उन्हें कई ऑनलाइन शॉपिंग साइट का हवाला देकर आर्डर के पेंडिंग होने की बात करते और ऑर्डर को समय से खत्म नहीं करने पर उनकी छवि खराब करने की धमकी देते. साथ ही अपनी टीम के किसी मेंबर को लीगल टीम का सदस्य बताकर बात करवाते.
इसके बाद वह सदस्य भी कानूनी कार्रवाई और कोर्ट में केस की धमकी देकर उन्हें डराता था. जिसके बाद सेटलमेंट के नाम पर अमेरिका के नागरिकों से वसूली की जाती थी. वहीं पैसों का लेनदेन डिजिटल तरीके से 100 या 200 डॉलर का बिटकॉइन के रूप में मास्टरमाइंड जीवन के खाते में मंगवाया जाता था. फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है. मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे की आशंका जताई जा रही है.