उदयपुर. झीलों की नगरी में पेयजल किल्लत की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन जयसमंद के बाद बड़ी झील से उदयपुर में पानी लाने जा रहा है. जिला कलेक्टर आनंदी की मानें तो अगले महीने से शहर में पेयजल किल्लत की समस्या नहीं होगी. हालांकि कलेक्टर ने ये भी स्वीकार किया कि इस बार कम बारिश के चलते शहर की झीलें सूख गई हैं, जिससे शहर के कुछ इलाकों में पेयजल किल्लत की समस्या सामने आ रही है.
गर्मियों की शुरुआत के साथ ही उदयपुर में पेयजल की किल्लत भी शुरू हो गई है. लेकिन इस बार जिला प्रशासन शहरवासियों की प्यास बुझाने के लिए जहां बड़ी झील से पानी लाने की तैयारी कर रहा है, वहीं उदयपुर शहर के कुछ क्षेत्रों में टैंकर से शहरवासियों की प्यास बुझाई जाएगी.
इस बार उदयपुर में औसत से लगभग 45% कम बारिश हुई थी, जिसके बाद शहर की झीलें सूखने की कगार पर हैं. ऐसे में उदयपुर वासियों के लिए पेयजल किल्लत की समस्या का समाधान अब जिला प्रशासन द्वारा बड़ी झील के माध्यम से किया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि बारिश की कमी के बाद अब शहरवासियों की प्यास बुझाने के लिए अब जयसमंद झील के बाद बड़ी झील भी अगले महीने से महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा आचार संहिता लगने से पहले उदयपुर में बड़ी झील से पानी लाने की स्वीकृति मिल गई थी, जिसके चलते मई के दूसरे हफ्ते तक ये कार्य पूरा हो जाएगा. जिला कलेक्टर आनंदी की मानें तो इस काम को तय समय पर पूरा कर लिया जाएगा. इसके बावजूद जिन क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंचाया जा सकेगा, वहां टैंकरों के माध्यम से पानी पहुंचा कर जनता को पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा.