उदयपुर. आज स्वतंत्रता दिवस धूमधाम के साथ पूरे देशभर में मनाया जा रहा है. आजादी के 76 वर्ष पूरे होने पर लोग अनोखे अंदाज में अपनी देशभक्ति का इजहार कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ किया है उदयपुर के शिल्पकार इकबाल सक्का ने, जिन्होंने सूक्ष्म राष्ट्रीय ध्वज बनाया है. उनका दावा है कि ये दुनिया का सबसे छोटा राष्ट्रीय ध्वज है.
दुनिया का सबसे छोटा राष्ट्रीय ध्वज : शिल्पकार डॉ. इकबाल सक्का ने बताया कि देश आजादी का 76वां अमृत महोत्सव मना रहा है. ऐसे में ये अनोखा तिरंगा बनाने का आइडिया आया. यह इतना सूक्ष्म है कि इसका वजन भी दर्ज नहीं हो रहा है. इस तिरंगे को सामान्य आंखों ने नहीं देखा जा सकता. इसे लेंस की मदद से ही देखा जा सकता है. यह ध्वज राई के दाने से भी छोटा है. अपनी सूक्ष्म कला के दम पर 100 से अधिक विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके शिल्पकार इकबाल सक्का ने एक बार फिर अपनी कला का अनूठा प्रदर्शन करते हुए अपनी देशभक्ति का इजहार किया है.
राष्ट्रीय संग्रहालय में रखने की अपील : इकबाल सक्का ने बताया कि इसे बनाने में करीब 18 घंटे का समय लगा और इसका वजन शून्य है. उनका दावा है कि ऐसा बनाकर उन्होंने कनाडा के साथ-साथ कई राष्ट्रों के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा है. यह तिरंगा 12 नंबर की सुई की छेद से आसानी से आर पार हो जाता है. उन्होंने पीएम मोदी से इस कृति को राष्ट्रीय संग्रहालय में रखने की मांग की है. इसको लेकर उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है.
कलाकृति संवारने में एक आंख गंवाई : इकबाल सक्का का कहना है कि सूक्ष्म झंडे को बनाने के दौरान उनकी एक आंख पूरी तरह से खराब हो गई थी, लेकिन इससे उनका जज्बा कम नहीं हुआ. वो अपनी बुलंद इरादों के बल पर एक से बढ़कर एक नायाब चीजें बना रहे हैं. उन्होंने एक आंख से ही इस सूक्ष्म झंडा तैयार किया है.