सलूंबर (उदयपुर). क्या आप ने कभी किसी देवी की प्रतिमा को अग्निस्नान करते देखा है, सुनने में भले ही ये अजीब सा लगे. लेकिन ये सच है. जिले के सलूंबर मेवल क्षेत्र के बम्बोरा गांव के पास ईडाणा माताजी की विशाल प्राकृतिक प्रतिमा स्वयं अग्नि स्नान करती है.
कहा जाता है कि मां इडाणा जब भी प्रसन्न होती हैं तो अग्निस्नान से श्रद्धालुओं को दर्शन देती हैं. भक्त भी इस अद्भुत दृश्य को देख कर धन्य हो जाते हैं. मंगलवार को जहां देशभर में लोग रंगों के त्योहार यानी धुलंडी मना रहे थे. वहीं मंगलवार शाम करीब 4 बजे के आसपास मां ईडाणा ने अग्निस्नान कर अपने भक्तों को खुश कर दिया. सूचना मिलते ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. भक्त मां के अग्निस्नान के बाद उनके स्वरूप के दर्शनों करने माता के दरबार पहुंचे.
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बता दें कि उदयपुर से 70 कीमी दूर बम्बोरा गांव में हजारों वर्ष पुराना प्रसिद्ध शक्तिपीठ इडाणा माता का मंदिर है. इस अग्निस्नान की एक झलक पाने के लिए दूर-दूर से भक्त यहां पहुंचते हैं. दरअसल, महाभारत काल से ये मंदिर यहां स्थापित है. मंदिर में श्रद्धालु चढ़ावे में लच्छा, चुनरी और त्रिशूल लाते हैं. जब भी माता के ऊपर लच्छे आदि का भार बढ़ जाता है तो मां खुद अग्निस्नान कर लेती है. लेकिन इस चमत्कार के साथ भक्तों को एक चमत्कार और देखने को मिलता है. अग्नि स्नान के बाद जब सब कुछ जल जलने के बाद एक चुनरी बच जाती है. जिसे माता के चमत्कार का साक्षात प्रमाण भी माना जाता.