उदयपुर. आरपीएससी की ओर से आयोजित सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को रिमांड पूरी होने पर कोर्ट में पेश किया गया. न्यायालय ने सभी 10 आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा (10 paper leak accused sent to judicial custody) है. सुखेर थाना पुलिस ने इन सभी लोगों को होटल हिमांशी से गिरफ्तार किया था. जिसमें 6 अभ्यर्थी और 4 लोग पेपर सॉल्व कराते हुए पकड़े गए थे.अब तक इस मामले में 57 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
इस मामले को लेकर पुलिस 24 दिसंबर से लेकर अब तक लगातार आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है. ऐसे में पुलिस को कई ऐसे सुराग मिले हैं, जिससे इस पूरे मामले में शामिल मास्टरमाइंड सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया और पेपर पास कराने की पूरी साजिश का खुलासा हुआ. पुलिस सूत्रों की मानें तो भूपेंद्र सारण लगभग हर सरकारी एग्जाम के पेपर लीक करने का दावा करता था. उदयपुर में पकड़े गए मास्टरमाइंड सुरेश विश्नोई से पुलिस पूछताछ में ये बातें सामने आई हैं. भूपेंद्र सारण सुरेश विश्नोई से कहता था तुम्हें जो पेपर चाहिए मेरे से ले लेना. उसने RAS का पेपर तक दिलवाने का भी दावा किया था. फिलहाल पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है.
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पुलिस पूछताछ में सुरेश विश्नोई ने एग्जाम से पहले पेपर 5 से 10 लाख रुपए में अभ्यर्थियों को बेचने की बात कबूल की थी. पुलिस ने अभी तक कुल 57 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें 45 अभ्यर्थी हैं, जिन्हें एग्जाम से पहले पेपर मिला था. 6 डमी अभ्यर्थी भी इसमें शामिल हैं. अगर ये सभी पकड़े नहीं जाते, तो प्रत्येक से पेपर के नाम पर 5 से 10 लाख रुपए लिए जाते. यह रकम करीब 5 करोड़ रुपए से ज्यादा होती.
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बता दें कि गिरोह के सदस्यों ने उदयपुर के सुखेर स्थिति होटल हिमांशी को अपना ठिकाना बनाया था. यहीं से पुलिस ने 10 लोगों को पेपर सॉल्व करते हुए पकड़ा था. होटल के कमरा नं. 303 में पेपर सॉल्विंग का पूरा खेल चल रहा था. इसके साथ ही चार और कमरों में बुकिंग करवाई गई थी. कमरा नं.207, 209, 303, 305 बुक करवाए गए थे. 22 दिसंबर को 2 और 23 दिसंबर को भी 2 कमरे बुक करवाए जाने की बात सामने आ रही है.