उदयपुर. महाराणा प्रताप की जयंती को लेकर कई तरह की भ्रांतियां नजर आती हैं. महाराणा प्रताप की जयंती किस महीने किस तिथि को मनाई जाए. इसको लेकर महाराणा प्रताप के वंशज लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने एक वीडियो और सूचना जारी कर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की.
दरअसल, महाराणा प्रताप की जयंती को मनाए जाने को लेकर अंग्रेजी कैलेंडर की तारीख और भारतीय पंचांग के अनुसार तिथि पर दो राय है. देश के विभिन्न हिस्सों में कई जगह जन्म की अंग्रेजी तारीख के अनुसार इस साल 9 मई दिन मंगलवार को प्रताप जयंती मनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है. इसी बीच महाराणा प्रताप के वंशज और मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने वीडियो जारी कर राजस्थान सहित देशवासियों से अपील की हैं कि वे महाराणा प्रताप जयंती को भारतीय सनातन परंपरा का अनुसरण करते हुए तिथि के अनुसार मनाएं. डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि महाराणा प्रताप भारतीय संस्कृति के पुरोधा थे और उनकी यह सोच युगों-युगों तक जीवित रहेगी.
महाराणा प्रताप के वंशज डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि इसलिए प्रताप जयंती भारतीय पंचांग के हिसाब से जेष्ठ शुक्ल तृतीया (जो कि इस बार 22 मई को है) को मनाएं. उन्होंने कहा कि अंग्रेजी कैलेंडर की तारीखें विक्रम संवत के महीनों की तुलना में आगे-पीछे होती रहती हैं. हम हमारे सभी त्योहार भारतीय पंचांग के अनुसार ही मनाए जाते हैं. प्रताप जयंती अंग्रेजी कैलेंडर की तारीख के अनुसार क्यों मनाएं? मेवाड़ राजपरिवार भी प्रताप जयंती प्रतिवर्ष विक्रम संवत की ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया को ही मनाता आ रहा है. अभी तक राजस्थान सरकार भी प्रतिवर्ष ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया के दिन ही महाराणा प्रताप जयंती की छुट्टी घोषित करती आ रही है, न कि 9 मई की. हालांकि लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने यह भी कहा कि प्रतापी प्रताप की जयंती उत्सव वर्ष पर्यंत कोई भी किसी भी दिन मना सकता है.