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उदयपुर की कृष्णा ने त्यागा अन्न, 25 सालों से चाय के सहारे गुजार रही जीवन - unique story of 64 year old Krishna Soni

आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताएंगे, जो पिछले 25 सालों से (Food discarded for 25 years) केवल चाय और पानी पीकर जीवन यापन कर रही है. साथ ही अपने हिस्से का भोजन गरीबों में वितरित करती है...

Krishna Soni of Udaipur
उदयपुर की कृष्णा ने त्यागा अन्न
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Published : Oct 5, 2022, 9:23 PM IST

उदयपुर. दृढ़ संकल्प में असीम शक्ति होती है, जो व्यक्ति को किसी भी प्रकार की बाधाओं से जूझने में सक्षम बनाती है. इसकी बानगी उदयपुर में देखने को मिली. लेक सिटी के मल्लातलाई इलाके की रहने वाली एक 64 वर्षीय बुजुर्ग महिला पिछले 25 सालों से अन्न त्याग (Krishna Soni of Udaipur gave up food) केवल चाय पानी पीकर जीवन यापन कर रही है. खैर, यह सुनकर भी शायद आपको विश्वास न हो, लेकिन यह हकीकत है. दरअसल, 25 साल पहले उदयपुर की कृष्णा सोनी ने अन्न त्यागा था. साथ ही उन्होंने संकल्प लिया था कि वो अपने हिस्से के भोजन को गरीबों के बीच वितरित करेंगी. वहीं, उनके इस हैरतअंगेज संकल्प को आज 25 साल पूरे हो चुके हैं. ऐसे में इस समयावधि में कृष्णा नियमित रूप से अपने हिस्से के भोजन को गरीबों के बीच वितरित करते आ रही हैं.

इसलिए त्यागा अन्न... कृष्णा ने बताया कि उन्हें अल्सर की शिकायत थी. 1984 में उनका ऑपरेशन (unique story of 64 year old Krishna Soni) हुआ. इस दौरान पति से अनबन होने के कारण कुछ टांके टूट गए. खाना खाने में दिक्कतें पेश आई. आखिरकार उन्होंने अन्न त्यागने का फैसला लिया. कृष्णा ने आगे बताया कि हमारे देश में हजारों ऐसे लोग हैं, जिन्हें दो जून की रोटी तक नसीब नहीं होती है. बावजूद इसके वो किसी तरह से अपने जीवन को जीते हैं.

उदयपुर की कृष्णा ने त्यागा अन्न

इसे भी पढ़ें - मिलिए उदयपुर के टीचर से, जिन्हें लोग रॉबिन हुड कहते हैं

कृष्णा की मानें तो वो पिछले 25 सालों से केवल पानी और चाय के सहारे जीवन यापन कर रही है. हर रोज कृष्णा अपनी दिनचर्या के अनुसार अपने नियमित काम को भी करती हैं. हालांकि, पोते-पोती, दोहिते-दोहितियों की जिद पर साल में एकाध बार आइसक्रीम (Eat ice cream once in year) , कुल्फी या फिर जूस पी लेती हैं. आज उन्हें कोई बीमारी नहीं है, वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं. वर्तमान में वो मुंबई में रह रही हैं.

इधर, कृष्णा की भतीजी डॉ. सुरेखा सोनी ने बताया कि उनकी चाची केवल 4 घंटे सोती हैं. पूरे दिन में वो केवल दो बार चाय और पानी लेती हैं. ऐसे में कई बार तो वो खुद अचंभित होती हैं कि भला कोई इंसान बिना भोजन के कैसे जी सकता है. उन्होंने आगे कहा कि उनकी चाची पर रिसर्च होना चाहिए.

यह कहते हैं चिकित्सकः आरएनटी मेडिकल कॉलेज के जनरल एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर राजवीर सिंह ने बताया कि लंबे समय तक कम कैलोरी लेने से शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है. इससे कैलोरी की आवश्यकता धीरे-धीरे कम पड़ती जाती है. व्यक्ति की दिनचर्या के लिए जरूरी कैलोरी की आवश्यकता लिक्विड फ्लो के लिए हुए भोज्य पदार्थों से पूरी होने लगती है. इस तरह से जीवन यापन संभव है.

उदयपुर. दृढ़ संकल्प में असीम शक्ति होती है, जो व्यक्ति को किसी भी प्रकार की बाधाओं से जूझने में सक्षम बनाती है. इसकी बानगी उदयपुर में देखने को मिली. लेक सिटी के मल्लातलाई इलाके की रहने वाली एक 64 वर्षीय बुजुर्ग महिला पिछले 25 सालों से अन्न त्याग (Krishna Soni of Udaipur gave up food) केवल चाय पानी पीकर जीवन यापन कर रही है. खैर, यह सुनकर भी शायद आपको विश्वास न हो, लेकिन यह हकीकत है. दरअसल, 25 साल पहले उदयपुर की कृष्णा सोनी ने अन्न त्यागा था. साथ ही उन्होंने संकल्प लिया था कि वो अपने हिस्से के भोजन को गरीबों के बीच वितरित करेंगी. वहीं, उनके इस हैरतअंगेज संकल्प को आज 25 साल पूरे हो चुके हैं. ऐसे में इस समयावधि में कृष्णा नियमित रूप से अपने हिस्से के भोजन को गरीबों के बीच वितरित करते आ रही हैं.

इसलिए त्यागा अन्न... कृष्णा ने बताया कि उन्हें अल्सर की शिकायत थी. 1984 में उनका ऑपरेशन (unique story of 64 year old Krishna Soni) हुआ. इस दौरान पति से अनबन होने के कारण कुछ टांके टूट गए. खाना खाने में दिक्कतें पेश आई. आखिरकार उन्होंने अन्न त्यागने का फैसला लिया. कृष्णा ने आगे बताया कि हमारे देश में हजारों ऐसे लोग हैं, जिन्हें दो जून की रोटी तक नसीब नहीं होती है. बावजूद इसके वो किसी तरह से अपने जीवन को जीते हैं.

उदयपुर की कृष्णा ने त्यागा अन्न

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कृष्णा की मानें तो वो पिछले 25 सालों से केवल पानी और चाय के सहारे जीवन यापन कर रही है. हर रोज कृष्णा अपनी दिनचर्या के अनुसार अपने नियमित काम को भी करती हैं. हालांकि, पोते-पोती, दोहिते-दोहितियों की जिद पर साल में एकाध बार आइसक्रीम (Eat ice cream once in year) , कुल्फी या फिर जूस पी लेती हैं. आज उन्हें कोई बीमारी नहीं है, वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं. वर्तमान में वो मुंबई में रह रही हैं.

इधर, कृष्णा की भतीजी डॉ. सुरेखा सोनी ने बताया कि उनकी चाची केवल 4 घंटे सोती हैं. पूरे दिन में वो केवल दो बार चाय और पानी लेती हैं. ऐसे में कई बार तो वो खुद अचंभित होती हैं कि भला कोई इंसान बिना भोजन के कैसे जी सकता है. उन्होंने आगे कहा कि उनकी चाची पर रिसर्च होना चाहिए.

यह कहते हैं चिकित्सकः आरएनटी मेडिकल कॉलेज के जनरल एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर राजवीर सिंह ने बताया कि लंबे समय तक कम कैलोरी लेने से शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है. इससे कैलोरी की आवश्यकता धीरे-धीरे कम पड़ती जाती है. व्यक्ति की दिनचर्या के लिए जरूरी कैलोरी की आवश्यकता लिक्विड फ्लो के लिए हुए भोज्य पदार्थों से पूरी होने लगती है. इस तरह से जीवन यापन संभव है.

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