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पेड़-पौधों को बचाने के लिए बदल लिया घर का नक्शा, कुछ ऐसा है उदयपुर के खुबीलाल का पर्यावरण प्रेम - पर्यावरण प्रेमी खुबीलाल

उदयपुर के खुबीलाल मेनारिया ने पेड़ पौधों को बचाने के लिए अपने घर का ही नक्शा बदल दिया. जी हां, मेनारिया ने अपने घर में लगे पेड़-पौधों को बचाने के लिए मकान ही इस तरह का बनाया है कि पेड़-पौधों के साथ वह उसी घर में रह सकें.

Environmental lover khubilal, पर्यावरण प्रेमी खुबीलाल
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Published : Oct 19, 2019, 12:11 PM IST

Updated : Oct 19, 2019, 1:50 PM IST

उदयपुर. वर्तमान समय में जहां चारों और विकास के नाम पर पेड़ों की कटाई की जा रही है. वहीं उदयपुर के एक पर्यावरण प्रेमी ने अपने प्लॉट पर लगे पेड़ों को बचाते हुए अपना आशियाना बनाया है. इस तरह पर्यावरण प्रेमी ने सभी को संदेश दिया कि बगैर पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाए भी मकान बनाया जा सकता है.

उदयपुर के खुबीलाल का पर्यावरण प्रेम, पेड़ों को बिना काटे बनवाया अपना आशियाना

प्रकृति प्रेमी खुबीलाल मेनारिया ने बताया कि उनके एक बाड़े में कई सारे पेड़ लगे हुए हैं. जब उनका परिवार बढ़ा तो उन्हें बड़े मकान की जरूरत महसूस होने लगी. इस पर अपने बाड़े में ही अपना आशियाना बनाने की सोची. लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि वर्षों पुराने पेड़ को कैसे बचाया जाए. परन्तु फिर उन्होंने आर्किटेक की सहायता से पेड़ों को बचाते हुए अपना आशियाना तैयार कर लिया. खुबीलाल का यह कार्य पर्यावरण संरक्षण की मिसाल साबित हुआ. वहीं अब इस मकान में पेड़ की टहनियां सुरक्षित है.

पढे़ं- सूर्य देव के तीखे तेवर, अक्टूबर के महीने में भी दिन का पारा 35 डिग्री के पार

खुबीलाल ने कहा कि पेड़ हमारे लिए लाइफ लाइन है. इन्हें भला कैसे नुकसान पहुंचा जाता. इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया. मेनारिया के परिचित कनक कुमार जोशी ने बताया कि खुबीलाल पर्यावरण प्रेमी हैं और वर्तमान में जिस तरह लगातार पेड़ों को काटा जा रहा है. ऐसे में खुबीलाल से प्रेरणा लेनी चाहिए कि पेड़ हमारे लिए जीवन में कितने महत्वपूर्ण है. वहीं सभी को पर्यावरण को बचाने में अपना योगदान देना चाहिए.

उदयपुर. वर्तमान समय में जहां चारों और विकास के नाम पर पेड़ों की कटाई की जा रही है. वहीं उदयपुर के एक पर्यावरण प्रेमी ने अपने प्लॉट पर लगे पेड़ों को बचाते हुए अपना आशियाना बनाया है. इस तरह पर्यावरण प्रेमी ने सभी को संदेश दिया कि बगैर पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाए भी मकान बनाया जा सकता है.

उदयपुर के खुबीलाल का पर्यावरण प्रेम, पेड़ों को बिना काटे बनवाया अपना आशियाना

प्रकृति प्रेमी खुबीलाल मेनारिया ने बताया कि उनके एक बाड़े में कई सारे पेड़ लगे हुए हैं. जब उनका परिवार बढ़ा तो उन्हें बड़े मकान की जरूरत महसूस होने लगी. इस पर अपने बाड़े में ही अपना आशियाना बनाने की सोची. लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि वर्षों पुराने पेड़ को कैसे बचाया जाए. परन्तु फिर उन्होंने आर्किटेक की सहायता से पेड़ों को बचाते हुए अपना आशियाना तैयार कर लिया. खुबीलाल का यह कार्य पर्यावरण संरक्षण की मिसाल साबित हुआ. वहीं अब इस मकान में पेड़ की टहनियां सुरक्षित है.

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खुबीलाल ने कहा कि पेड़ हमारे लिए लाइफ लाइन है. इन्हें भला कैसे नुकसान पहुंचा जाता. इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया. मेनारिया के परिचित कनक कुमार जोशी ने बताया कि खुबीलाल पर्यावरण प्रेमी हैं और वर्तमान में जिस तरह लगातार पेड़ों को काटा जा रहा है. ऐसे में खुबीलाल से प्रेरणा लेनी चाहिए कि पेड़ हमारे लिए जीवन में कितने महत्वपूर्ण है. वहीं सभी को पर्यावरण को बचाने में अपना योगदान देना चाहिए.

Intro:पर्यावरण संरक्षण और पेड़ बचाओ का संदेश तो हम लंबे समय से सुन रहे हैं लेकिन आम आदमी अपनी जरूरतों के हिसाब से पेड़ पौधों को काट देता है लेकिन उदयपुर के खुबीलाल मेनारिया ने पेड़ पौधों को बचाने के लिए अपने घर का ही नक्शा बदल दिया जी हां मेनारिया ने अपने घर में लगे पेड़-पौधों को बचाने के लिए मकान ही इस तरह का बनाया है कि पेड़-पौधों के साथ वह उस घर में रह सके पेश है एक रिपोर्टBody:वर्तमान समय मे लगातार जहाँ पेड़ो की कटाई हो रही है वही उदयपुर के एक पर्यावरण प्रेमी ने अपने प्लाट की जगह खड़े पेड़ो को काटे बिना ही मकान बना लिया इस तरह से पर्यावरण प्रेमी ने सभी को संदेश दिया कि बिना पेड कांटे भी मकान बन सकता है ओर अपने पर्यावरण को बचाया जा सकता है उदयपुर की पानेरियो की मादडी के खुबीलाल मेनारिया ने अपने प्लाट में तीन पेड लगा रखे थे ओर जब वह पेड बडे हो गये तो पेडों को बिना कांटे ही अपना मकान बनाने का मन बना लिया ओर आर्किटेक्ट की मदद से दो मंजिला मकान भी बना दिया इस प्रकति प्रेमी से जब पूछा गया तो उन्होने बताया कि एक बाड़े में पेड़ ही पेड़ है जब उसका परिवार बढ़ता गया तो उसे बड़े मकान की जरूरत महसूस होने लगी इस पर अपने बाड़े में ही अपना आशियाना बनाने की सोची लेकिन सबसे बड़ी चुनोती थी कि वर्षो पुराने पेड़ को कैसे काटा जाए। इसके लिए उसने आर्किटेक की सहायता लेकर पेड़ को काटे बिना ही मकान बना लिया, जो अपने आप मे पर्यावरण संरक्षण की मिसाल साबित हुआ दरअसल खुबीलाल मेनारिया ने पेड़ को काटे बिना ही उस मकान का स्ट्रक्चर इस तरह खड़ा कर दिया कि उसे पेड़ से कोई हानि नही है, इस मकान से पेड़ की टहनियां सुरक्षित है और मकान के अंदर से बाहर की तरफ निकली हुई है, खुबीलाला ने कहा कि पेड़ हमारे लिए लाइफ लाइन है इन्हें भला कैसे नुकसान पहुँचा जाता इसलिए बिना कांटे ही मकान बना लियाConclusion:खुबीलाल मेनारिया के के परिचित कनक कुमार जोशी ने बताया कि खुबीलाल पर्यावरण प्रेमी है और वर्तमान में जिस तरह लोगो के द्वारा लगातार पेड़ो को काटा जा रहा है ऐसे में उन लोगो को खुबीलाल से प्रेरणा लेनी चाहिए कि पेड़ हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण है जिस तरह की मिशाल खूबी लाल मेनारिया ने पेश की है ओर सभी लोग उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए ओर पर्यावरण को बचाने मे अपना योगदान देना चाहिए
बाइट - खुबीलाल मेनारिया पर्यावरण प्रेमी
बाइक - कनक कुमार जोशी पर्यावरण प्रेमी
Last Updated : Oct 19, 2019, 1:50 PM IST
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