उदयपुर. लेकसिटी में जी-20 शेरपा बैठक के सफल आयोजन के बाद अब एक और महत्वपूर्ण बैठक मार्च महीने में आयोजित की जाएगी. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि विदेश मंत्रालय में जी-20 सचिवालय के ओएसडी मुकेश के परदेशी के अनुसार, जी-20 द्वितीय सस्टेनेबल वित्तीय कार्य समूह की बैठक उदयपुर में 21 से 23 मार्च, 2023 को आयोजित (G-20 meeting will be held in Udaipur) की जाएगी. इस बैठक में भी समस्त संबंधित विभागीय अधिकारियों को तैयारी करने के लिए निर्देशित किया जाएगा. ताकि एक बार फिर विदेशी अतिथि उदयपुर शहर की अच्छी छवि लेकर जाए.
जी-20 वित्तीय कार्य समूह बैठक की तैयारी: कलेक्टर ने बताया कि जी-20 सस्टेनेबल वित्तीय कार्य समूह बैठक (G-20 Financial Working Group Meeting) की तैयारियों के लिए 30 दिसंबर को सुबह साढ़े 9 बजे जिला कलेक्ट्रेट सभागार में मीटिंग आयोजित की जाएगी. बता दें कि जी-20 शेरपा बैठक भारत की अध्यक्षता में 4 से 7 दिसंबर को झीलों की नगरी उदयपुर में आयोजित की गई थी. उदयपुर सिटी पैलेस के दरबार हॉल में जी-20 की तीन दिवसीय बैठक चली थी. इस पहली बैठक में जी-20 देशों के अलावा 9 अन्य अतिथि देशों के डेलिगेट्स ने भी हिस्सा लिया था.
इससे पहले हुई थी तीन दिवसीय बैठक: तीन दिवसीय बैठक में भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने भारत की ओर से बैठक को लेकर एजेंडा रखा था. प्रतिनिधि तकनीकी परिवर्तन, हरित विकास और LiFE, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर प्रकाश डालने, SDG के कार्यान्वयन में तेजी लाने और समावेशी और लचीले विकास को सुविधाजनक बनाने समेत कुछ सबसे अधिक दबाव वाले मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातचीत हुई थी. साथ ही कई G20 वर्कस्ट्रीम में चर्चा की की गई ताकि नेताओं की घोषणा में शामिल किया जा सके, जिसे 2023 में नई दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन में पेश किया जा सके.
दुनिया की चुनौतियों का जिक्र: अभिकांत ने बैठक के दौरान कहा था कि जी-20 दुनिया के बड़े भाग का प्रतिनिधित्व करता है और दुनिया की 85 प्रतिशत जीडीपी, 78 प्रतिशत ग्लोबल ट्रेड और 90 प्रतिशत पेटेंट इन्हीं देशों के पास है. उन्होंने दुनिया के सामने खड़ी चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा था कि आज भारत के पास विश्व को आगे लेकर जाने का एक बड़ा अवसर है. जहां हम विश्व को आर्थिक चुनौतियों से लड़ने का तरीका बताएंगे. इसके अलावा उन्होंने वूमेन लेड डेवेलपमेंट, डिजिटल पब्लिक गुड्स और एसडीजी लक्ष्यों को हासिल से जुड़े विषयों पर अपनी बात रखी थी.
उदयपुर के लिए सुनहरा अवसर: भारत की अध्यक्षता में पहली बैठक उदयपुर के दरबार हॉल में आयोजित की गई थी. ऐसे में दुनिया भर से आए मेहमानों ने उदयपुर की खूबसूरती को देखा जिससे उदयपुर का नाम एक बार फिर विश्व पटल पर चमका. दुनिया भर से आए मेहमानों ने ऐतिहासिक कुंभलगढ़ दुर्ग और रणकपुर में स्थित जैन मंदिर को भी नजदीक से देखा.