उदयपुर. भारतीय जनता पार्टी के जन जागरण सम्मेलन के दौरान राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने फिर एक बार विवादित बयान दे दिया है. कटारिया ने इस बयान में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का जिक्र किया है.
कटारिया ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35A हटाने का फैसला ऐतिहासिक है लेकिन इससे पहले जम्मू कश्मीर की स्थिति काफी बिगड़ गई थी. साथ ही कटारिया ने कहा कि पहले स्थिति यह थी कि 1953 से पहले जो आदमी जम्मू-कश्मीर में रहता है सिर्फ वही वहां का नागरिक है और आर्टिकल 370 और 35A इस तरह के कानून थे. जिनसे पाकिस्तान की रहने वाली कोई महिला अगर अब्दुल्ला की पत्नी बन जाए तो उसे सारे अधिकार हैं. लेकिन अगर अब्दुल्ला की बेटी पायलट की पत्नी बन जाए तो उसके सब अधिकार खत्म.
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पूर्व की सरकारों में इस तरह का कानून बनाकर देश में दोहरा मापदंड ला दिया था. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने इस दोहरे मापदंड को समाप्त करने का काम किया है जो कि ऐतिहासिक है. बता दें कि गुलाबचंद कटारिया के इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
कटारिया ने इस बयान में जहां जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला पर निशाना साधा तो वहीं राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को भी व्यंगात्मक तरीके से अपने सियासी घेरे में लेने की कोशिश की है. ऐसे में अब देखना होगा सचिन पायलट और फारूक अब्दुल्लाह राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के इस बयान का किस तरह पलटवार करते हैं.