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कोरोना से पेरेंट्स खो चुके बच्चों के साथ दिवाली मनाएंगे सीएम, उदयपुर के ये दो बच्चे भी होंगे शामिल - कोरोना से पेरेंट्स खो चुके बच्चों को आर्थिक सहायता

प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना से अपने पेरेंट्स को खो चुके बच्चों के साथ दीवाली मनाएंगे. इस दौरान सीएम बच्चों से मिलेंगे और उनके साथ लंच करेंगे. उदयपुर के धैर्य और कामाक्षी शाक्य भी उनमें से एक (Udaipur kids named in Diwali celebration with CM) हैं. इन बच्चों से मंत्री रामलाल जाट और अर्जुन सिंह बामनिया ने बुधवार को मुलाकात की.

CM Gehlot to celebrate Diwali with children orphaned by COVID, 2 Udaipur kids named
7कोरोना से पेरेंट्स खो चुके बच्चों के साथ दिवाली मनाएंगे सीएम, उदयपुर के ये दो बच्चे भी होंगे शामिल
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Published : Oct 19, 2022, 5:48 PM IST

उदयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस साल दिवाली पर्व कोरोना से माता-पिता खो चुके बच्चों के साथ मनाने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री इन बच्चों के साथ खुशियां बांटना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने ऐसे कई बच्चों को 21 अक्टूबर को जयपुर बुलाया है. मुख्यमंत्री इन बच्चों से मुलाकात कर इनके साथ लंच करेंगे. बच्चों की इस लिस्ट में उदयपुर के सेक्टर 6 में रहने वाले धैर्य व कामाक्षी शाक्य को भी आमंत्रित किया गया (Udaipur kids named in Diwali celebration with CM) है.

इससे पूर्व बुधवार को इन दोनों बच्चों से जिले के प्रभारी और राजस्व मंत्री रामलाल जाट और जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने मुलाकात की. इन्होंने उनकी पढ़ाई और करियर के बारे में चर्चा करते हुए राज्य सरकार की ओर से उन्हें दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. इस दौरान मंत्री जाट व बामनिया ने बच्चों को मिठाई खिलाकर उज्ज्वल भविष्य की कामना की. उदयपुर के हिरणमगरी सेक्टर 6 में रहने वाले 13 वर्षीय धैर्य व 7 वर्षीय कामाक्षी शाक्य वर्तमान में केन्द्रीय विद्यालय एकलिंगगढ़ छावनी में अध्ययनरत हैं.

पढ़ें: परिवहन मंत्री प्रताप सिंह देंगे अपनी 6 महीने की सैलरी, कोरोना में मां बाप को खो चुके बच्चों के लिए बनवाएंगे किड्स वेलफेयर फंड

जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार इस बच्चों को संबल के साथ आर्थिक सहायता प्रदान की गई (Financial assistant to children orphaned by Covid) है. कोरोना सहायता योजना के तहत दोनों बच्चों को 1-1 लाख रुपए एक मुश्त अनुदान राशि का भुगतान किया गया है. वहीं कोविड-19 एक्स ग्रेसिया के तहत संरक्षक को देय एक मुश्त राशि के रुप में 50 हजार रुपए का भुगतान किया गया है. इन्हें 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर सहायता राशि के रूप में एक मुश्त 5-5 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा.

उदयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस साल दिवाली पर्व कोरोना से माता-पिता खो चुके बच्चों के साथ मनाने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री इन बच्चों के साथ खुशियां बांटना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने ऐसे कई बच्चों को 21 अक्टूबर को जयपुर बुलाया है. मुख्यमंत्री इन बच्चों से मुलाकात कर इनके साथ लंच करेंगे. बच्चों की इस लिस्ट में उदयपुर के सेक्टर 6 में रहने वाले धैर्य व कामाक्षी शाक्य को भी आमंत्रित किया गया (Udaipur kids named in Diwali celebration with CM) है.

इससे पूर्व बुधवार को इन दोनों बच्चों से जिले के प्रभारी और राजस्व मंत्री रामलाल जाट और जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने मुलाकात की. इन्होंने उनकी पढ़ाई और करियर के बारे में चर्चा करते हुए राज्य सरकार की ओर से उन्हें दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. इस दौरान मंत्री जाट व बामनिया ने बच्चों को मिठाई खिलाकर उज्ज्वल भविष्य की कामना की. उदयपुर के हिरणमगरी सेक्टर 6 में रहने वाले 13 वर्षीय धैर्य व 7 वर्षीय कामाक्षी शाक्य वर्तमान में केन्द्रीय विद्यालय एकलिंगगढ़ छावनी में अध्ययनरत हैं.

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जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार इस बच्चों को संबल के साथ आर्थिक सहायता प्रदान की गई (Financial assistant to children orphaned by Covid) है. कोरोना सहायता योजना के तहत दोनों बच्चों को 1-1 लाख रुपए एक मुश्त अनुदान राशि का भुगतान किया गया है. वहीं कोविड-19 एक्स ग्रेसिया के तहत संरक्षक को देय एक मुश्त राशि के रुप में 50 हजार रुपए का भुगतान किया गया है. इन्हें 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर सहायता राशि के रूप में एक मुश्त 5-5 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा.

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