टोंक. गुर्जर नेता विजय बैंसला क्या टोंक में अपनी राजनेतिक जमीन तलाश रहे है. यह सवाल इसलिए उठ खड़ा होता है क्योंकि सचिन पायलट की विधानसभा टोंक में जाकर उन्होंने शनिवार को प्रेस वार्ता की और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 5 प्रतिशत एमबीसी आरक्षण से किसी भी सूरत में छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वहीं सैनी समाज के आरक्षण आंदोलन का भी उन्होंने समर्थन किया. महत्वपूर्ण सवाल यह उठता है कि आखिर जयपुर से चलकर टोंक को बैंसला ने अपनी प्रेस वार्ता के लिए क्यों चुना. उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट टोंक से विधायक हैं. वहीं टोंक सवाईमाधोपुर से गुर्जर नेता सुखबीर सिंह जौनापुरिया सांसद है. क्या वाकई बैंसला की नजर अब टोंक पर है?
विजय बैंसला ने सैनी आंदोलन का समर्थन कियाः टोंक में गुर्जर नेता विजय बैंसला ने बड़ा बयान दिया है. प्रदेश में चल रहे सैनी समाज के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि एमबीसी के 5% आरक्षण से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी. विजय बैंसला ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मई का महीना भी करीब आ रहा है. माली समाज सहित अन्य जातियां आरक्षण की मांग कर रही है. ऐसे में गुर्जर नेताओं ने पहले ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके 5% आरक्षण के अलावा किसी भी कोटे से आरक्षण देने में दिक्कत नहीं है.
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विजय बैंसला ने टोंक के सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि हमने 5 प्रतिशत आरक्षण के लिए कड़ा संघर्ष किया है. ऐसे में गुर्जर समाज को डर है कि कहीं सरकार अन्य जातियों को 5 प्रतिशत में शामिल कर दे. वहीं एमबीसी को 9वीं अनुसूची में जोड़ने के मुद्दे पर कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र को दो बार चिट्ठी लिखी है. अब प्रदेश के 25 सांसदों में से उन सांसदों को आवाज उठानी चाहिए जो एमबीसी बाहुल्य सीटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं.