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टोंक: अमरूद उत्कृष्टता केंद्र देवड़ावास में दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर आयोजित

टोंक जिले के दूनी में स्थित अमरूद उत्कृष्टता केन्द्र देवड़ावास में दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ. इस दौरान किसानों को अमरूद की ग्राफटिंग किस्मों के बारे में जानकारी दी गई.

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अमरूद उत्कृष्टता केंद्र देवड़ावास में दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर आयोजित
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Published : Mar 15, 2021, 2:13 PM IST

दूनी (टोंक). अमरूद उत्कृष्टता केन्द्र देवड़ावास में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनार्न्तगत द्वारा अमरूद के फलों के साथ-साथ विशिष्ट फसलों में प्रौधोगिकी हस्तानान्तरण विषय पर दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें कृषकों को खेती एवं फलदार पौधो के साथ साथ खेती में नई तकनीक पर कृषि विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी गई.

सेन्टर आफ एक्सीलेन्स के उपनिदेशक उद्यान ओम प्रकाश यादव ने बताया कि अमरुद उत्कृष्टता के केन्द्र पर अमरूद की इलाहबादी सफेदा, लखनउ-49, हिसारसूर्ख, पंत प्रभात, अर्का किरण, ललित,श्वेता,एमपीयूएटी सलेक्शन-1, एमपीयूएटी सलेक्शन-2, अर्का अमूल्या,हिसार सफेदा, बर्फखान गोला इत्यादि किस्मो के ग्राफ्टिंग पौधे तैयार किये जा रहे हैं, अमरूद के ग्राफ्टेड पौधे 50 रूपये प्रति पौधे की दर किसानों को जुलाई माह से वितरित किये जायेगें.

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प्रशिक्षण शिविर में सहायक निदेशक कृषि विस्तार दिनेश कुमार बैरवा ने बताया कि फलदार पौधो के समुचित विकास हेतु उचित मात्रा में खाद एवं उर्वरक आवश्यक है, मृदा उर्वरक के आधार पर खाद एवं उर्वरक का उपयोग करने पर अनावश्यक खर्च से बचा जा सकता है, उन्होंने किसानों को सलाह दी कि पहले मिट्टी एवं पानी की जांच करोये एवं प्रयोगशाला में की गई सिफारिश के आधार पर ही उर्वरक प्रयोग करें. जिससे उनके उत्पादन में वृद्धि होगी.

प्रधानाचार्य भंवरलाल कुम्हार ने कहा कि वैज्ञानिकों द्वारा किये गये शोध कार्य को किसान के खेत तक पहुंचाना आवश्यक है. जिससे नवीनतम तकनीकी अपनाने पर किसानों के उत्पादन कमें वृद्धि होगी एवं जीवन स्तर उपर उठने से उनमें वैज्ञानिक सोच विकसित होगी. सहायक निदेशक कृषि विस्तार दूनी राधेश्याम मीणा ने जैविक खेती एवं जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग को खेती में अपनाने पर जोर दिया. वहीं कृषि अधिकारी के.के. सौमाणी ने कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं कृषकों को पर व्याख्यान दिया.

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कृषि अधिकारी उद्यान कजोड मल गुर्जर ने बताया कि इस अवसर पर कृषक ज्ञान प्रश्नौतरी का भी आयोजन किया गया. जिसमें मनफूल गुर्जर ने प्रथम स्थान प्राप्त करने पर थर्मस, सुवालाल शर्मा को द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर फलदार पौधो की कटाई छंटाई के लिए सिकेटियर एवं रामजीलाल मीणा ने तृतीय स्थान प्राप्त करने पर फावड़ा पुरस्कार के रूप में केन्द्र के उपनिदेशक ओमप्रकाश यादव द्वारा प्रदान किया गया. प्रशिक्षण शिविर में ,कृषि पर्यवेक्षक प्रवीण धाकड, जूनियर अकाउन्टेन्ट ओम प्रकाश यादव,पूर्व पंचायत समिति सदस्य मनफूल गुर्जर, मोतीलाल बनस्थली, सहित अनेक कृषक मौजूद थे.

दूनी (टोंक). अमरूद उत्कृष्टता केन्द्र देवड़ावास में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनार्न्तगत द्वारा अमरूद के फलों के साथ-साथ विशिष्ट फसलों में प्रौधोगिकी हस्तानान्तरण विषय पर दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें कृषकों को खेती एवं फलदार पौधो के साथ साथ खेती में नई तकनीक पर कृषि विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी गई.

सेन्टर आफ एक्सीलेन्स के उपनिदेशक उद्यान ओम प्रकाश यादव ने बताया कि अमरुद उत्कृष्टता के केन्द्र पर अमरूद की इलाहबादी सफेदा, लखनउ-49, हिसारसूर्ख, पंत प्रभात, अर्का किरण, ललित,श्वेता,एमपीयूएटी सलेक्शन-1, एमपीयूएटी सलेक्शन-2, अर्का अमूल्या,हिसार सफेदा, बर्फखान गोला इत्यादि किस्मो के ग्राफ्टिंग पौधे तैयार किये जा रहे हैं, अमरूद के ग्राफ्टेड पौधे 50 रूपये प्रति पौधे की दर किसानों को जुलाई माह से वितरित किये जायेगें.

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प्रशिक्षण शिविर में सहायक निदेशक कृषि विस्तार दिनेश कुमार बैरवा ने बताया कि फलदार पौधो के समुचित विकास हेतु उचित मात्रा में खाद एवं उर्वरक आवश्यक है, मृदा उर्वरक के आधार पर खाद एवं उर्वरक का उपयोग करने पर अनावश्यक खर्च से बचा जा सकता है, उन्होंने किसानों को सलाह दी कि पहले मिट्टी एवं पानी की जांच करोये एवं प्रयोगशाला में की गई सिफारिश के आधार पर ही उर्वरक प्रयोग करें. जिससे उनके उत्पादन में वृद्धि होगी.

प्रधानाचार्य भंवरलाल कुम्हार ने कहा कि वैज्ञानिकों द्वारा किये गये शोध कार्य को किसान के खेत तक पहुंचाना आवश्यक है. जिससे नवीनतम तकनीकी अपनाने पर किसानों के उत्पादन कमें वृद्धि होगी एवं जीवन स्तर उपर उठने से उनमें वैज्ञानिक सोच विकसित होगी. सहायक निदेशक कृषि विस्तार दूनी राधेश्याम मीणा ने जैविक खेती एवं जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग को खेती में अपनाने पर जोर दिया. वहीं कृषि अधिकारी के.के. सौमाणी ने कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं कृषकों को पर व्याख्यान दिया.

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कृषि अधिकारी उद्यान कजोड मल गुर्जर ने बताया कि इस अवसर पर कृषक ज्ञान प्रश्नौतरी का भी आयोजन किया गया. जिसमें मनफूल गुर्जर ने प्रथम स्थान प्राप्त करने पर थर्मस, सुवालाल शर्मा को द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर फलदार पौधो की कटाई छंटाई के लिए सिकेटियर एवं रामजीलाल मीणा ने तृतीय स्थान प्राप्त करने पर फावड़ा पुरस्कार के रूप में केन्द्र के उपनिदेशक ओमप्रकाश यादव द्वारा प्रदान किया गया. प्रशिक्षण शिविर में ,कृषि पर्यवेक्षक प्रवीण धाकड, जूनियर अकाउन्टेन्ट ओम प्रकाश यादव,पूर्व पंचायत समिति सदस्य मनफूल गुर्जर, मोतीलाल बनस्थली, सहित अनेक कृषक मौजूद थे.

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