टोंक. भाजपा सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने हाल में निवाई विधायक प्रशांत बैरवा व सचिन पायलट पर निशाना साधा था. इस पर विधायक प्रशांत बैरवा ने शनिवार को सांसद जौनापुरिया पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जौनापुरिया झूठ की राजनीति करना छोड़ें ओर विकास की बात करें. वहीं उन्होंने सचिन पायलट को लोकप्रिय नेता बताते हुए कहा कि कांग्रेस को आने वाले विधानसभा चुनावों में अशोक गहलोत वह सचिन पायलट दोनों नेताओं की जरूरत है.
प्रशांत बैरवा ने कहा कि सचिन पायलट के सामने एक लंबा भविष्य है. अभी वह हमारे भविष्य के नेता हैं, लेकिन पार्टी में फैसला आलाकमान को करना है कि किसको क्या जिम्मेदारी देनी है?. राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों की पार्टी को जरूरत है. वहीं सचिन पायलट के अनशन करने के सवाल पर प्रशांत बैरवा ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का हक है. वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए, हो सकता है पायलट ने जो मुद्दा उठाया है वह सही हो पर तरीका सही न हो.
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मीडिया से बातचीत के दौरान प्रशांत बैरवा ने यह भी कहा कि सचिन पायलट कांग्रेस के असेट हैं, वे बीजेपी में नहीं जाएंगे, जाना होता तो चार साल पहले ही चले जाते. साथ ही विधायक बैरवा ने राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा किया. साथ ही यह भी कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर फैसला कांग्रेस आलाकमान करेगा.
सांसद ने लगाए थे आरोपः बता दें कि दो दिन पहले टोंक सवाई माधोपुर से बीजेपी सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने सचिन पायलट और प्रशांत बैरवा पर जुबानी हमला बोला था. सांसद ने कहा था कि सचिन पायलट ने गुर्जर समाज के साथ धोखा किया है. वहीं प्रशांत बैरवा और देवली-उनियारा विधायक हरीश मीणा पर अवैध खनन में सांठ-गांठ के गंभीर आरोप लगाए थे. इस पर विधायक प्रशांत बैरवा ने शनिवार को निवाई में टोंक जिले को जयपुर संभाग में जोड़े जाने के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत के अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि सांसद झूठ और फरेब की राजनीति करते हैं. उनके पास कोई मुद्दा नही है. विधायक ने कहा कि सांसद ने पिछले 9 सालों में विकास के नाम पर कुछ नही किया, ऐसे में उनका टिकिट कटना निश्चित है. अब उन्हें जरूरत है कि वह देवनारायण भगवान के दरबार में जाएं, जिससे भगवान उन्हें सदबुद्धि दें.