टोंक. पाकिस्तान मूल की नीता कंवर भारतीय बहु हैं. अब वे टोंक के नटवाड़ा की सरपंच बनी हैं. नीता का कहना है, कि वे CAA यानि नागरिकता संशोधन कानून का स्वागत करती हैं. नीता कंवर के मुताबिक CAA पाकिस्तान से आई बेटियों और मजबूर लोगों के लिए बहुत जरूरी है.
'पाकिस्तान में राजपूत बेटियों की शादी करना मुश्किल'
ईटीवी भारत से खास बातचीत में नीता ने बताया, कि पाकिस्तान में राजपूत बेटियों की शादी में सबसे बड़ी मुश्किल होती है, क्योंकि वहां राजपूत जाति में सोढा गोत्र में एक ही गोत्र में शादी नहीं होती है.पाकिस्तान में राजपूत जाति की यह गोत्र ही ज्यादा है. ऐसे में पाकिस्तान की राजपूत बेटियों की शादी के लिए उनके परिजनों को भारत आना पड़ता है. भारत में शादी के बाद नागरिकता लेने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसलिए बाहर से आनेवालों की मजबूरी को समझा जाए और हम जैसी बेटियों को सपोर्ट किया जाए.
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सरपंच चुनाव जीतने के बाद नीता ने CAA का समर्थन करते हुए कहा है, कि यह कानून उनके जैसी न जाने कितनी बेटियों और मजबूर लोगों के लिए बहुत जरूरी है. वह इसका स्वागत करती हैं, क्योंकि पाकिस्तान में राजपूत समाज में बेटियों की शादी में भी बड़ी समस्या आती है. पहले जिनकी भारत में शादी हो जाती थी, उन्हें नागरिकता लेने में समस्या आती थी, जैसे उन्हें भारतीय नागरिकता मिलने में 8 साल लग गए.