ETV Bharat / state

Exclusive : पाकिस्तान में राजपूत बेटियों की शादी में क्यों आती है मुश्किलें...जानिए, पाक मूल की नीता कंवर की जुबानी

टोंक के नटवाड़ा में चुनाव जीतने के बाद सरपंच बनी नीता कंवर बता रही हैं, कि कैसे CAA पाकिस्तान की राजपूत बेटियों की शादी में आनेवाली मुश्किलों को खत्म कर सकता है. ईटीवी भारत के साथ नीता कंवर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू...

author img

By

Published : Jan 26, 2020, 9:18 AM IST

पाक मूल की नीता कंवर, Neeta Kanwar Exclusive Interveiw, राजस्थान न्यूज, rajasthan news, CAA
नीता कंवर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

टोंक. पाकिस्तान मूल की नीता कंवर भारतीय बहु हैं. अब वे टोंक के नटवाड़ा की सरपंच बनी हैं. नीता का कहना है, कि वे CAA यानि नागरिकता संशोधन कानून का स्वागत करती हैं. नीता कंवर के मुताबिक CAA पाकिस्तान से आई बेटियों और मजबूर लोगों के लिए बहुत जरूरी है.

नीता कंवर का Exclusive Interveiw

'पाकिस्तान में राजपूत बेटियों की शादी करना मुश्किल'

ईटीवी भारत से खास बातचीत में नीता ने बताया, कि पाकिस्तान में राजपूत बेटियों की शादी में सबसे बड़ी मुश्किल होती है, क्योंकि वहां राजपूत जाति में सोढा गोत्र में एक ही गोत्र में शादी नहीं होती है.पाकिस्तान में राजपूत जाति की यह गोत्र ही ज्यादा है. ऐसे में पाकिस्तान की राजपूत बेटियों की शादी के लिए उनके परिजनों को भारत आना पड़ता है. भारत में शादी के बाद नागरिकता लेने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसलिए बाहर से आनेवालों की मजबूरी को समझा जाए और हम जैसी बेटियों को सपोर्ट किया जाए.

नीता कंवर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

यह भी पढे़ं. ़राजस्थान की 5 विभूतियां होंगी पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित

सरपंच चुनाव जीतने के बाद नीता ने CAA का समर्थन करते हुए कहा है, कि यह कानून उनके जैसी न जाने कितनी बेटियों और मजबूर लोगों के लिए बहुत जरूरी है. वह इसका स्वागत करती हैं, क्योंकि पाकिस्तान में राजपूत समाज में बेटियों की शादी में भी बड़ी समस्या आती है. पहले जिनकी भारत में शादी हो जाती थी, उन्हें नागरिकता लेने में समस्या आती थी, जैसे उन्हें भारतीय नागरिकता मिलने में 8 साल लग गए.

टोंक. पाकिस्तान मूल की नीता कंवर भारतीय बहु हैं. अब वे टोंक के नटवाड़ा की सरपंच बनी हैं. नीता का कहना है, कि वे CAA यानि नागरिकता संशोधन कानून का स्वागत करती हैं. नीता कंवर के मुताबिक CAA पाकिस्तान से आई बेटियों और मजबूर लोगों के लिए बहुत जरूरी है.

नीता कंवर का Exclusive Interveiw

'पाकिस्तान में राजपूत बेटियों की शादी करना मुश्किल'

ईटीवी भारत से खास बातचीत में नीता ने बताया, कि पाकिस्तान में राजपूत बेटियों की शादी में सबसे बड़ी मुश्किल होती है, क्योंकि वहां राजपूत जाति में सोढा गोत्र में एक ही गोत्र में शादी नहीं होती है.पाकिस्तान में राजपूत जाति की यह गोत्र ही ज्यादा है. ऐसे में पाकिस्तान की राजपूत बेटियों की शादी के लिए उनके परिजनों को भारत आना पड़ता है. भारत में शादी के बाद नागरिकता लेने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसलिए बाहर से आनेवालों की मजबूरी को समझा जाए और हम जैसी बेटियों को सपोर्ट किया जाए.

नीता कंवर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

यह भी पढे़ं. ़राजस्थान की 5 विभूतियां होंगी पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित

सरपंच चुनाव जीतने के बाद नीता ने CAA का समर्थन करते हुए कहा है, कि यह कानून उनके जैसी न जाने कितनी बेटियों और मजबूर लोगों के लिए बहुत जरूरी है. वह इसका स्वागत करती हैं, क्योंकि पाकिस्तान में राजपूत समाज में बेटियों की शादी में भी बड़ी समस्या आती है. पहले जिनकी भारत में शादी हो जाती थी, उन्हें नागरिकता लेने में समस्या आती थी, जैसे उन्हें भारतीय नागरिकता मिलने में 8 साल लग गए.

Intro:एंकर :- देशभर में CAA के समर्थन और विरोध के बीच पाकिस्तान मूल की नीता कंवर जो कि भारतीय बहु है और अब बनी है टोंक के नटवाड़ा की सरपंच जंहा CAA का समर्थन करती है वही नीता कंवर ने बताया कि आखिर क्यों है पाकिस्तान में राजपूत बेटियों की शादी करना मुश्किल देखिए 8 साल के लंबे इंतजार के बाद मिली नागरिकता के बाद बनी सरपंच के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू।

Body:वीओ 01 पाकिस्तान में राजपूत बेटियों की शादी में सबसे बड़ी मुश्किल होती है क्यो की वंहा राजपूत जाती में सोढा गोत्र में एक ही गोत्र में शादी नही होती है और पाकिस्तान में राजपूत जाती की यह गोत्र ही ज्यादा है ऐसे में वंहा की राजपूत बेटियों की शादी के लिए उनके परिजनों को भारत आना पड़ता है और भारत मे शादी के बाद नागरिकता लेने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ता है
8 साल के लंबे इंतजार के बाद नागरिकता मिलने के बाद राजस्थान के टोंक के नटवाड़ा की सरपंच बनी पाकिस्तान में जन्मी ओर भारत मे शिक्षा लेने आने के भारत की ही होकर रह गई,भारत मे ब्याही नीता कंवर का, सरपंच चुनावो में जीत हासिल करने के बाद नागरिकता संसोधन कानून का समर्थन करते हुए कहा है कि यह कानून मेरी जैसी न जाने कितनी बेटियों ओर मजबूर लोगो के लिए बहुत जरूरी है और वह इसका स्वागत करती है क्यो की पाकिस्तान में राजपूत समाज मे बेटियों की शादी में भी बड़ी समस्या आती है और जिनकी भारत मे शादी हो जाती थी उन्हें नागरिकता लेने में समस्या आती है जैसे मुझे भारतीय नागरिकता मिलने में 8 साल लग गए।

नीता कंवर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू ऑन CAA


Conclusion:वीओ 02 :- नीता कंवर CAA कानून पर छिड़ी बहस ओर देश मे होते समर्थन और विरोध के बीच पंचायत राज के सरपंच चुनावो के प्रथम चरण में टोंक के नटवाड़ा की सरपंच बनी, पाकिस्तानी में जन्मी ओर भारत मे शादी के बाद नीता कंवर ने 8 साल के लंबे इंतजार के बाद नागरिकता हासिल की इस दौरान उसने कई मुश्किलों का सामना किया था अब नटवाड़ा की सरपंच कर रही है CAA का दिल खोलकर समर्थन वह कहती है कि पाकिस्तान में राजपूत समाज मे एक गोत्र में शादी नही होती और वंहा सोढा गोत्र ज्यादा है ऐसे में हम जैसे कई लोगो को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, ओर मेने तो नागरिकता को लेकर बड़ा संघर्ष किया है में इस कानून का स्वागत करती हूं ।

रिपोर्ट
रविश टेलर,टोंक
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.