टोंक. सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने एक बार फिर प्रदेश व राष्ट्रीय कांग्रेस संगठन में मुख्यमंत्री गहलोत की भूमिका का महिमा मंडन करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर जुबानी हमला किया है. साथ ही टोंक जिले के अन्य दो कांग्रेसी विधायकों हरीश मीणा व प्रशांत बैरवा पर भी उन्होंने अवैध खनन में लिप्त होने का आरोप लगाया.
सांसद कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान जौनापुरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ जयपुर में सचिन पायलट के धरने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सचिन पायलट के विधानसभा में आयुक्त एक लाख रिश्वत लेते पकड़ी जाती हैं, उस पर ध्यान नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि 2018 में पायलट ने गुर्जर समाज को गुमराह किया. क्योंकि पायलट के मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद में गुर्जर समाज ने कांग्रेस को वोट दिया और प्रदेश में भाजपा से एक भी गुर्जर समाज का एमएलए नहीं बन पाया.
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गहलोत की राजनीतिक पकड़ः उन्होंने सीएम गहलोत की राजनीतिक पकड़ का महिमामंडल करते हुए कहा कि पायलट के इतनी बार प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेतृत्व के पास जाने के बावजूद कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व गहलोत के साथ खड़ा है. वहीं पायलट पर समाज की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सांसद ने कहा कि गुर्जर आंदोलन के दौरान इतनी बड़ी संख्या में समाज के लोगों की मौत होने के बावजूद उस समय केंद्र सरकार में मंत्री रहे पायलट ने लोकसभा में समाज के लिए एक भी शब्द नहीं बोला. ये समाज के साथ अन्याय नही तो क्या है?. सांसद ने पायलट को नसीहत देते हुए कहा कि वर्तमान राजनीतिक संकट में से अगर कोई उन्हें बचा सकता है तो वह भगवान देवनारायण हैं.
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इसलिए उन्हें चाहिए कि वह जोधपुरिया जाकर हवन करवाएं. इससे पूर्व उन्होंने सांसद कार्यालय में लोगों की समस्याओं को सुनकर संबन्धित विभाग के अधिकारियों को उनके समाधान के लिए कहा. सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजनान्तर्गत निवाई, पीपलू व टोंक पंचायत समिति क्षेत्र के सरपंचों से ग्राम पंचायतों में विकास कार्य करवाने के लिए प्रस्ताव स्वीकार किये.
अवैध खनन करवा रहे कांग्रेसी विधायक : सांसद कार्यालय पर मीडिया से बात करते हुए सांसद जौनपुरिया ने पूर्व डिप्टी सीएम को खूब कोसा तो निवाई एमएलए प्रशांत बैरवा अवैध पत्थर खनन और देवली-उनियारा विधायक हरीशचंद्र मीणा पर भी अवैध बजरी खनन में लिप्त होने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि इनके खिलाफ कोई आवाज उठाता है तो इनके इशारे पर प्रशासन, पुलिस की गाड़ियां जाएंगी और लाठी चार्ज करेंगी.