ETV Bharat / state

पाक मूल की भारतीय बहू नीता कंवर ने जीता सरपंच का चुनाव

पाक मूल की भारतीय बहू नीता कंवर भारतीय नागरिकता हासिल करने के बाद टोंक जिले की नटवाड़ा ग्राम पंचायत से सरपंच का चुनाव लड़ीं और 362 वोटों से जीत गईं. बता दें कि नीता कंवर का विवाह 2011 में नटवाड़ा में हुआ था और 2019 में 8 साल बाद उसे भारतीय नागरिकता मिली थी.

नीता कंवर न्यूज,  Neeta Kanwar News
पाक मूल की भारतीय बहू नीता कंवर ने जीता सरपंच का चुनाव
author img

By

Published : Jan 17, 2020, 9:47 PM IST

टोंक. पाक मूल की भारतीय बहू नीता कंवर भारतीय नागरिकता हासिल करने के बाद टोंक जिले की नटवाड़ा ग्राम पंचायत से सरपंच का चुनाव लड़ीं और 362 वोटों से जीत गईं. बता दें कि 8 साल के लंबे इंतजार के बाद 5 महीने पहले ही यानि सितम्बर 2019 में नीता को भारतीय नागरिकता मिली है.

पाक मूल की भारतीय बहू नीता कंवर ने जीता सरपंच का चुनाव

राजघराने में हुई शादी

नीता कंवर साल 2001 में पाक से अपनी शिक्षा पूरी करने अपने चाचा नखत सिंह सोढ़ा के पास जोधपुर आईं. नीता ने साल 2005 में सोफिया कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की. 19 फरवरी 2011 को उनकी शादी नटवाड़ा राज परिवार के लक्ष्मण सिंह के बेटे पुण्य प्रताप कंवर से हुई. शादी होने के बाद नीता को भारतीय नागरिकता मिलने में करीब 8 साल लग गए.

पढ़ें- PAK में जन्मी नीता सितंबर में बनीं 'भारतीय', अब सरपंच बनकर संवारना चाहती हैं अपना गांव

ससुर से मिली चुनाव लड़ने की प्रेरणा...

नीता कंवर को भारतीय नागरिकता मिले हुए करीब 5 महीने हो गए. कंवर के ससुर खुद तीन बार इसी पंचायत में सरपंच रह चुके हैं और उन्हीं ने नीता कंवर को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि राजनीति में आने की प्रेरणा उन्हें उनके ससुर ठाकुर लक्ष्मण करण से मिली. जब गांव में सरपंच पद के लिए महिला सामान्य सीट आरक्षित हो गई तो उन्होंने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया.

टोंक. पाक मूल की भारतीय बहू नीता कंवर भारतीय नागरिकता हासिल करने के बाद टोंक जिले की नटवाड़ा ग्राम पंचायत से सरपंच का चुनाव लड़ीं और 362 वोटों से जीत गईं. बता दें कि 8 साल के लंबे इंतजार के बाद 5 महीने पहले ही यानि सितम्बर 2019 में नीता को भारतीय नागरिकता मिली है.

पाक मूल की भारतीय बहू नीता कंवर ने जीता सरपंच का चुनाव

राजघराने में हुई शादी

नीता कंवर साल 2001 में पाक से अपनी शिक्षा पूरी करने अपने चाचा नखत सिंह सोढ़ा के पास जोधपुर आईं. नीता ने साल 2005 में सोफिया कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की. 19 फरवरी 2011 को उनकी शादी नटवाड़ा राज परिवार के लक्ष्मण सिंह के बेटे पुण्य प्रताप कंवर से हुई. शादी होने के बाद नीता को भारतीय नागरिकता मिलने में करीब 8 साल लग गए.

पढ़ें- PAK में जन्मी नीता सितंबर में बनीं 'भारतीय', अब सरपंच बनकर संवारना चाहती हैं अपना गांव

ससुर से मिली चुनाव लड़ने की प्रेरणा...

नीता कंवर को भारतीय नागरिकता मिले हुए करीब 5 महीने हो गए. कंवर के ससुर खुद तीन बार इसी पंचायत में सरपंच रह चुके हैं और उन्हीं ने नीता कंवर को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि राजनीति में आने की प्रेरणा उन्हें उनके ससुर ठाकुर लक्ष्मण करण से मिली. जब गांव में सरपंच पद के लिए महिला सामान्य सीट आरक्षित हो गई तो उन्होंने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया.

Intro:Body:

ravi


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.