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बजरी के डंपर की चपेट में आकर पिता-पुत्री की मौत, पुलिस के देर से पहुंचने पर भड़के लोगों ने गाड़ियों पर किया पथराव

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Published : Feb 12, 2020, 3:41 PM IST

Updated : Feb 12, 2020, 4:34 PM IST

टोंक के निवाई में बजरी के डंपर की चपेट में आने से बाइक सवार पिता-पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई. इस हादसे के बाद पुलिस के देर से आने पर लोग भड़क उठे और पुलिस की गाड़ियों पर पथराव कर दिया.

डंपर की चपेट में आए पिता-पुत्री, Father-daughter death due to gravel damper
बजरी के डंपर की चपेट में आने से पिता-पुत्री की मौत

टोंक. जिले के निवाई में पुलिस और खनिज विभाग के साथ प्रशासन की मिलीभगत और सियासी संरक्षण के चलते बजरी खनन का खेल धड़ल्ले से जारी है. इसने एक बार फिर से 2 जिंदगियों को छीन लिया. बजरी के डंपर की चपेट में आने से बाइक सवार पिता-पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है.

बजरी के डंपर की चपेट में आने से पिता-पुत्री की मौत

देर से पहुंची पुलिस तो भड़के लोग

50 मीटर की दूरी पर मौजूद पुलिस की चौकी के बावजूद पुलिस को पहुचने में 1 घंटा लग गया. इससे नाराज जनता का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित लोगों ने SDM और पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया. पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर भीड़ को भगाया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में लाया गया.

बताया जा रहा है, कि जिस डंपर से पिता-पुत्री की मौत हुई है, वह किसी बड़े प्रभावशाली का है और पुलिस लीपापोती कर रही है.

पढ़ें. कमाल का सरकारी स्कूल: शिक्षक दंपति का नवाचार बच्चों को आया रास, खेल-खेल में पढ़ाई और खुद का बैंक भी

बता दें, कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से बजरी खनन पर रोक होने के बाद भी जिले में अवैध खनन बदस्तूर जारी है. निवाई की कई पॉश कॉलोनियों से लेकर हाइवे तक यह खेल नजर आता है. बजरी का यह काला खेल सियासी और सरकारी संरक्षण में जारी है. लोगों का यह भी आरोप है, कि नेताओं से लेकर पुलिस-प्रशासन तक की मिलीभगत है और अधिकारी-कर्मचारी अपनी जेबें गर्म कर रहे हैं. कई बार एसीबी की कार्रवाई में इसकी पुष्टि भी हुई है. अब देखना है, कि इस घटना के बाद पुलिस-प्रशासन क्या सबक लेता है.

टोंक. जिले के निवाई में पुलिस और खनिज विभाग के साथ प्रशासन की मिलीभगत और सियासी संरक्षण के चलते बजरी खनन का खेल धड़ल्ले से जारी है. इसने एक बार फिर से 2 जिंदगियों को छीन लिया. बजरी के डंपर की चपेट में आने से बाइक सवार पिता-पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है.

बजरी के डंपर की चपेट में आने से पिता-पुत्री की मौत

देर से पहुंची पुलिस तो भड़के लोग

50 मीटर की दूरी पर मौजूद पुलिस की चौकी के बावजूद पुलिस को पहुचने में 1 घंटा लग गया. इससे नाराज जनता का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित लोगों ने SDM और पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया. पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर भीड़ को भगाया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में लाया गया.

बताया जा रहा है, कि जिस डंपर से पिता-पुत्री की मौत हुई है, वह किसी बड़े प्रभावशाली का है और पुलिस लीपापोती कर रही है.

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बता दें, कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से बजरी खनन पर रोक होने के बाद भी जिले में अवैध खनन बदस्तूर जारी है. निवाई की कई पॉश कॉलोनियों से लेकर हाइवे तक यह खेल नजर आता है. बजरी का यह काला खेल सियासी और सरकारी संरक्षण में जारी है. लोगों का यह भी आरोप है, कि नेताओं से लेकर पुलिस-प्रशासन तक की मिलीभगत है और अधिकारी-कर्मचारी अपनी जेबें गर्म कर रहे हैं. कई बार एसीबी की कार्रवाई में इसकी पुष्टि भी हुई है. अब देखना है, कि इस घटना के बाद पुलिस-प्रशासन क्या सबक लेता है.

Last Updated : Feb 12, 2020, 4:34 PM IST
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