टोंक. जिले में पूर्व विधायक अजीत सिंह मेहता के नेतृत्व में किसानों ने घारेड़ा सागर बांध की मोरी की सुरक्षा के लिए पुलिस जाब्ता देकर अंतिम छोर के किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने की मांग की. किसानों ने आरोप लगाया कि बांध के पानी को प्रभावशाली लोगों द्वारा रोक लिया जाता है, जिससे अंतिम छोर के किसानों तक पानी नहीं पहुंच पाता है.
मेहता ने बताया कि एक माह पूर्व बांध की मोरी खोलने के बाबजूद अंतिम छोर पर मौजूद किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है. किसान की फसलों के लिए पानी महत्वपूर्ण है पर नहरों में छोड़े जाने वाला पानी नजर नहीं आता है.
प्रभावशाली लोगों द्वारा इसे टोडारायसिंह के बावड़ी, देवपुरा, लाखोलाई, गोपालपुरा, रतवाड़ा, सोनवा का बास, रघुनाथपुरा, बासेड़ा में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि घारेड़ा सागर बांध की मोरी चालू हो गई है और मोरी की सुरक्षा के लिए पूर्व में किसानों द्वारा निजी सुरक्षा गार्ड लगवा रखा था, लेकिन 11 नवम्बर को सुरक्षा गार्ड की अज्ञात लोगों द्वारा हत्या करके मोरी में डाल दिया गया था. अब वहां पर कोई भी व्यक्ति गार्ड के रुप में रहने के लिए तैयार नहीं है.
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बताया जा रहा है कि किसान और प्रभावशाली आगे पानी न पंहुचे इसलिए बांध की मोरी में मिट्टी और पत्थर डाल कर बंद कर देते हैं, जिससे अंतिम छोर के काश्तकारों तक पानी नहीं पहुंच पाता है. काश्तकारों के साथ मारपीट पर उतारु रहते हैं. इसलिए बांध की मोरी की सुरक्षा के लिए चार पुलिस कर्मियों की डयूटी लगाई जाएं, ताकि किसानों को समुचित पानी मिल सके. हालांकि, कलेक्टर ने आश्वासत किया की टेल तक पानी पहुचेंगा, इसके लिए उन्होंने एसडीएम से वार्ता कर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं.