टोंक. जिले में टोंक नगर परिषद क्षेत्र में सड़कों और फुटपाथ पर अतिक्रमण के जाल को हटाने के लिए बुधवार से शुरू हुआ अतिक्रमण हटाओ अभियान पहले ही दिन विवादों में घिर गया. व्यापार संघ ने बिना कोई नोटिस या सूचना दिए नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का जमकर विरोध किया.
इस दौरान परिषद के दस्ते के साथ व्यापारियों की तीखी नोकझोंक भी हुई. हालांकि मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस के भारी जाप्ते के आगे व्यापारियों की बिल्कुल नहीं चली और काफिला बाजार सहित पूर्व में चिन्हित किए गए कई अवैध निर्माणों को पुलिस की मौजूदगी में जेसीबी से हटा दिया गया.
नगर परिषद के शहरी इलाकों से होकर गुजर रहे मुख्य मार्गों पर व्यपारियों और स्ट्रीट वेंडर्स की ओर से अतिक्रमण किया गया है. इससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है. वहीं, आज अतिक्रमण हटाने से पहले खुद नगर परिषद आयुक्त सचिन यादव और शहर कोतवाल लक्ष्मण सिंह ने शहर का दौरा पैदल दौरा किया. इस दौरान व्यापारियों द्वारा सड़क पर 5 से 6 फिट तक का अतिक्रमण नजर आया. जिसके बाद आयुक्त ने दस्ता बुलाकर पुलिस की इमदाद के साथ कई अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई की.
वहीं नगर परिषद आयुक्त का कहना है कि आज कई अतिक्रमण को चिन्हित कर उन पर लाल क्रॉस का निशान अंकित किया गया, गई यदि समय रहते खुद अतिक्रमी ने अपना अतिक्रमण नहीं हटाया तो परिषद का दस्ता फिर कार्रवाई करेगा. वहीं व्यापार संघ ने नगर परिषद की इस कार्रवाई को लेकर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि कोरोना काल मे व्यापारियों के लिए रोजी रोटी का संकट खड़ा है.
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ऐसे में नगर परिषद द्वारा बिना किसी नोटिस या पूर्व सूचना दिए इस कार्रवाई से व्यापारियों की परेशानियां बढ़ गई हैं. साथ ही व्यापारियों का यह भी कहना है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान से पहले आज व्यापारियों और नगर परिषद के अधिकारियों के बीच एक बैठक का भी आयोजन किया जाना था, लेकिन इस बैठक से पहले ही नगर परिषद ने कार्रवाई की है. व्यापारियों ने चेतावनी भी दी है यदि इस तरह की कार्रवाई की गई तो व्यापारी बाजार बंद कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.