टोंक. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री ओर टोंक से विधायक सचिन पायलट ने बुधवार को अपनी विधानसभा क्षेत्र टोंक के ग्रामीण क्षेत्र के दौरे पर रहे. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन पायलट ने लोकसभा और राज्यसभा से सांसदों के निलंबन मामले पर कहा कि देश मे लोकतंत्र की हत्या हो रही है. मुद्दों से लोगों को भटकाया जा रहा है.
सांसदों की आवाज़ को दबाना चाहती है : सचिन पायलेट ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 13 दिसंबर को लोकसभा में हुई घटना पर केंद्र की सरकार पर्दा डालने का काम कर रही है. इस मामले में विपक्ष जांच कराना चाहता है, लेकिन केंद्र सरकार उसकी जांच न कराकर 150 से अधिक सांसदों का निलंबन कर सांसदों की आवाज़ को दबाना चाहती है. इसी मामले को लेकर आज विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने अपनी बांहों पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया है.
पेपर लीक मामले में एसआईटी का गठन : राजस्थान में भाजपा की नई सरकार की ओर से पेपर लीक मामले में एसआईटी का गठन किए जाने को लेकर सचिन पायलेट ने कहा कि ये स्वागत योग्य कदम है. यह मामला नौजवानों के भविष्य से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसकी तह तक जाना जरूरी है. इस मामले में जो भी दोषी हैं, उनको बेनकाब किया जाना भी बहुत जरूरी है. ये पूरी जांच बिना किसी राजनैतिक बदले की भावना की होनी चाहिए. वहीं, राजस्थान में कांग्रेस में बदलाव और जिम्मेदारी मिलने के सवाल पर पायलट ने कहा जल्द ही राजस्थान में भी आईसीसी की ओर से जिम्मेदारियां तय कर दी जाएंगी
सचिन पायलट ने राजस्थान सहित तीन राज्यों में कोंग्रेस की हार पर कहा कि हमें इस बात का अफसोस है कि हम तीन राज्यों में अपनी सरकार नहीं बना पाए, जिसको लेकर आलाकमान ने मंथन शुरू कर दिया है. दो राज्यों में बदलाव भी हुआ है और जल्द ही राजस्थान में भी बदलाव होगा, ऐसी उम्मीद है. अब हमारी नजर लोकसभा चुनाव पर है. दिल्ली में होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी है, जिसमें इंडिया अलायंस के साथ सीटों के बंटवारे पर भी चर्चा होगी. टोंक में जगह जगह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पायलट का स्वागत किया. पायलट ने आधा दर्जन गांवों में छोटी सभाओं को संबोधित करते हुए अपनी जीत पर जनता का आभार जताया.