श्रीगंगानगर. भाजपा जिला अध्यक्ष बनने के लिए 3 दर्जन से ज्यादा नेता लाइन में है. 2 दिन तक चली नामांकन प्रक्रिया में पार्षद के चुनाव में जमानत जब्त करवा चुके नेताओं से लेकर कई जिला और प्रदेश पदाधिकारियों ने जिला अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी जताई है. सहायक चुनाव अधिकारी ताराचंद सारस्वत के पास 39 नेताओं ने नामांकन दाखिल किए हैं. अब प्रदेश स्तर पर इन नामांकन की जांच कर किसी एक नेता का नाम घोषित किया जाएगा. जिला अध्यक्ष पद के लिए जातिगत फैक्टर को भी ध्यान में रखा जाएगा.
भाजपा को नया जिलाध्यक्ष 15 दिसंबर तक मिलने की संभावना है. पहले एक बार जिलाध्यक्ष चुनाव के दौरान विवाद हो चुका है. इससे गुटबाजी भी पनपती है. इससे पार्टी सर्वसम्मति से ही चयन करने का फार्मूला अपनाएगी। जिले के 18 मंडलों के अध्यक्षों के चुनाव में भी ऐसा ही किया गया. जिला अध्यक्ष पद की नामांकन प्रक्रिया सोमवार को खत्म हो गई. पार्टी के नेताओं के अनुसार जिला अध्यक्ष पद के लिए जाट, सिख, अरोड़ा, पंजाबी और मूल ओबीसी के जातिगत फैक्टर पर भी फोकस रखा जाएगा.
माना जा रहा है कि हनुमानगढ़ जिलाध्यक्ष जिस जाति का बनेगा उस समुदाय का जिलाध्यक्ष श्रीगंगानगर में नहीं बनाया जाएगा. श्रीगंगानगर जिले में लगातार तीन बार महेंद्र सिंह सोढ़ी, अशोक नागपाल और हरी सिंह कामरा पंजाबी समुदाय से जिला अध्यक्ष बन चुके हैं. सहायक चुनाव अधिकारी ताराचंद सारस्वत ने बताया जिला अध्यक्ष का चयन करने में जातिगत फैक्टर के अलावा संबंधित व्यक्ति की स्वीकार्यता को भी ध्यान में रखा जाएगा. वही जिलाध्यक्ष बनने के लिए युवाओं का भी काफी रुझान देखने में मिल रहा है.
भाजपा में युवाओं ने जिलाध्यक्ष के लिए आवेदन किया है. सादुलशहर विधानसभा से भाजपा की टिकट पर चुनाव हार चुके गुरवीर सिंह बराड़ की माने तो पार्टी ने युवाओं को प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर मौका दिया है. ऐसे में पार्टी में युवा बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं. भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रह चुके बराड़ ने बताया कि उन्होंने भी जिलाध्यक्ष के लिए आवेदन किया है. पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसको पूरा करने में वे किसी प्रकार की कमी नहीं छोड़ेंगे.