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राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान का डेटा ऑनलाइन, ऑनलाइन एंट्री दर्ज करने की बताई गई तकनीक - श्रीगंगानगर न्यूज

इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेट इंटेलिजेंस नेटवर्क ने स्वास्थ्य विभाग की महिला एएनएम और महिला स्वास्थ्य दर्शिका को टीकाकरण के बाद बची हुई वैक्सीन का कैसे रख-रखाव कैसे करना है, उसके बारे में प्रशिक्षण दिया गया.

Workshop on EVIN software, इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेट इंटेलिजेंस नेटवर्क
EVIN सॉफ्टवेयर को लेकर हुई वर्कशॉप
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Published : Jan 7, 2020, 1:56 PM IST

श्रीगंगानगर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत EVIN सॉफ्टवेयर को लेकर हुई वर्कशॉप में वैक्सीन को किस प्रकार इस्तेमाल करके उनकी ऑनलाइन एंट्री दर्ज करनी है. इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेट इंटेलिजेंस नेटवर्क ने स्वास्थ्य विभाग की महिला एएनएम और महिला स्वास्थ्य दर्शिका को टीकाकरण के बाद बची हुई वैक्सीन का कैसे रख-रखाव करना है के बारे में भी प्रशिक्षण दिया.

EVIN सॉफ्टवेयर को लेकर हुई वर्कशॉप

महिला कार्मिकों को प्रशिक्षण में बताया गया कि टीकाकरण अभियान के तहत दिए जाने वाली वैक्सीन को किस प्रकार से सुरक्षित रखा जा सकता है और किस प्रकार उसका बारीकी से ध्यान रखना होगा. महिला स्वास्थ्य कार्मिकों को बताया गया कि टीकाकरण की एंट्री किस प्रकार से होगी इसके लिए विभाग द्वारा जो मोबाइल दिया गया है. उसमें एंट्री दर्शा कर टीकाकरण के पूरे आंकड़े तैयार करने होंगे. ट्रेनिंग करवा रही नोडल एजेंसी के कार्मिकों ने बताया कि मैनेजमेंट के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसमें बारीकी से इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेट इंटेलिजेंस नेटवर्क की ओर से वैक्सीन का ऑनलाइन रिकॉर्ड रखना होगा.

पढ़ें- राजस्थान बोर्ड की परीक्षाएं 5 मार्च से, 300 परीक्षा केंद्र होंगे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में

सीएमएचओ डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरडा ने प्रशिक्षण देने वाली तमाम महिला स्वास्थ्य कार्मिकों को निर्देश दिया कि वे ऑनलाइन वैक्सीनेशन का डाटा अपने मोबाइल में फीड करके राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के आयोजन को सफल बनाएं. उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद जो भी वैक्सीन बच जाती है उसको सॉफ्टवेयर से एंट्री करके दर्शानी होगी ताकि वैक्सीन का रिकॉर्ड रखा जा सके.

श्रीगंगानगर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत EVIN सॉफ्टवेयर को लेकर हुई वर्कशॉप में वैक्सीन को किस प्रकार इस्तेमाल करके उनकी ऑनलाइन एंट्री दर्ज करनी है. इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेट इंटेलिजेंस नेटवर्क ने स्वास्थ्य विभाग की महिला एएनएम और महिला स्वास्थ्य दर्शिका को टीकाकरण के बाद बची हुई वैक्सीन का कैसे रख-रखाव करना है के बारे में भी प्रशिक्षण दिया.

EVIN सॉफ्टवेयर को लेकर हुई वर्कशॉप

महिला कार्मिकों को प्रशिक्षण में बताया गया कि टीकाकरण अभियान के तहत दिए जाने वाली वैक्सीन को किस प्रकार से सुरक्षित रखा जा सकता है और किस प्रकार उसका बारीकी से ध्यान रखना होगा. महिला स्वास्थ्य कार्मिकों को बताया गया कि टीकाकरण की एंट्री किस प्रकार से होगी इसके लिए विभाग द्वारा जो मोबाइल दिया गया है. उसमें एंट्री दर्शा कर टीकाकरण के पूरे आंकड़े तैयार करने होंगे. ट्रेनिंग करवा रही नोडल एजेंसी के कार्मिकों ने बताया कि मैनेजमेंट के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसमें बारीकी से इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेट इंटेलिजेंस नेटवर्क की ओर से वैक्सीन का ऑनलाइन रिकॉर्ड रखना होगा.

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सीएमएचओ डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरडा ने प्रशिक्षण देने वाली तमाम महिला स्वास्थ्य कार्मिकों को निर्देश दिया कि वे ऑनलाइन वैक्सीनेशन का डाटा अपने मोबाइल में फीड करके राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के आयोजन को सफल बनाएं. उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद जो भी वैक्सीन बच जाती है उसको सॉफ्टवेयर से एंट्री करके दर्शानी होगी ताकि वैक्सीन का रिकॉर्ड रखा जा सके.

Intro:श्रीगंगानगर : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत EVIN सॉफ्टवेयर को लेकर हुई वर्कशॉप में वैक्सीन को किस प्रकार इस्तेमाल करके उनकी ऑनलाइन एंट्री दर्ज करनी है.इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेट इंटेलिजेंस नेटवर्क ने स्वास्थ्य विभाग की महिला एएनएम व महिला स्वास्थ्य दर्शिका को टीकाकरण के बाद बची हुई वैक्सीन का कैसे रखरखाव करना है के बारे में भी प्रशिक्षण दिया.महिला कार्मिको को प्रशिक्षण में बताया गया कि टीकाकरण अभियान के तहत दिए जाने वाली वैक्सीन को किस प्रकार से सुरक्षित रखा जा सकता है और किस प्रकार उसका बारीकी से ध्यान रखना होगा।


Body:महिला स्वास्थ्य कार्मिको को बताया गया की टीकाकरण की एंट्री किस प्रकार से होगी इसके लिए विभाग द्वारा जो मोबाइल दिया गया है उसमें एंट्री दर्शा कर टीकाकरण के पूरे आंकड़े तैयार करने होंगे। ट्रेनिंग करवा रही नोडल एजेंसी के कार्मिकों ने बताया कि मैनेजमेंट के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें बारीकी से इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेट इंटेलिजेंस नेटवर्क के द्वारा वैक्सीन का ऑनलाइन रिकॉर्ड रखना होगा।सीएमएचओ डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरडा ने प्रशिक्षण देने वाली तमाम महिला स्वास्थ्य कार्मिकों को निर्देश दिया कि वे ऑनलाइन वैक्सीनेशन का डाटा अपने मोबाइल में फीड करके राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के आयोजन को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद जो भी वैक्सीन बच जाती है उसको सॉफ्टवेयर से एंट्री करके दर्शानी होगी ताकि वैक्सीन का रिकॉर्ड रखा जा सके।

बाईट : डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरडा, सीएमएचओ।
बाइट : योगेश शर्मा,सॉफ्टवेयर कंपनी कार्मिक।


Conclusion:राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए ऑनलाइन एंट्री।
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