श्रीगंगानगर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिले के डाबला गांव में धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए गए हुए थे. इस दौरान एक महिला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास आ गई. महिला प्रदेश में पेपर लीक के प्रकरणों को लेकर अपनी पीड़ा बयान करने लगी. महिला की बातें सुनकर सीएम गहलोत भी कुछ जवाब नहीं सके और बस आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देकर चले गए.
पेपर लीक प्रकरण पर गहलोत सरकार चौतरफा घिरती जा रही है. पूरे प्रदेश में पेपर लीक पर युवाओं के साथ ही आम लोगों में भी नाराजगी बढ़ती जा रही है. अब तक आम जनता भी सीएम गहलोत से सवाल करने लगी है. श्रीगंगानगर के डाबला गांव में धार्मिक बड़ी मुश्किल से बेटियों को पढ़ाते हैं और पेपर लीक हो जाते हैं. महिला ने सीएम गहलोत से कहा कि पेपर लीक होना रोकना तो आपके हाथ में है. महिला ने यह भी कहा कि एक तरफ आप बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देते हो दूसरी तरफ पेपर लीक हो जाते हैं.
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उसने कहा कि आज के समय में बेटियों को पढ़ना बहुत मुश्किल है और ऊपर से उसपर परीक्षा के पेपर लीक हो जाएं तो सब खराब हो जाता है. इस महिला ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने और परीक्षा देने के लिए हम अपने बच्चों को दूर शहरों भेजते हैं. उसमें कितना खर्च करना पड़ता है और फिर परीक्षा देकर बच्चे बाहर निकलते हैं तो पता चलता है कि पेपर लीक हो गया. ऐसे में बच्चों और घरवालों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ता है. इस महिला ने पिछले वर्ष हुए पेपर लीक का जिक्र भी सीएम गहलोत से किया. हालांकि महिला की बात सुनकर सीएम भी कुछ खास नहीं बोल पाए और उसे सांत्वना देते हुए यही कहा कि उन बदमाशों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. यह कहकर सीएम गाड़ी में बैठकर निकल गए.