सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). जिले के सूरतगढ़ नगरपालिका की ओर से हटाए जा रहे अतिक्रमणों को भूमाफियों से मिलकर साजिश करने का आरोप लगाते हुए नागरिको नें मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन दिया है. इस दौरन सैकड़ों की संख्या में वार्ड के नागरिक एसडीएम कोर्ट पहुंचे और नगरपालिका प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इससे पहले एक सभा का आयोजन एसडीएम कोर्ट के आगे किय गया. जिससे पार्षद हंसराज स्वामी नें कहा कि गरीब को उजड़नें नहीं देगे. अगर नगरपालिका अभियान को बंद नहीं करती है तो वे आंदोलन का रास्ता अख्तीयार करेंगे. ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि नगर पालिका अधिशासी अधिकारी लालचंद सांखला द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान की आड़ में शहर के भू माफिया से मिलीभगत कर गरीब दलित लोगों के मकानों को तोड़ा जा रहा है. वहीं वार्ड में दहशत का माहौल है.
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नागरिकों ने आरोप लगाया कि सारी कार्रवाई गरीब दलित लोगों के मकानों पर की जा रही है. साथ ही बताया कि वार्ड नंबर 9 में कई बीघा जमीन पर पिल्लर लगाकर तारबंदी की जा रही है. इसकी आड़ में भूमाफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है. कच्ची बस्ती के नेता बलराम नें ईओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि ईओं के रिटायर होने में मात्र डेढ माह बाकि है. इससे पहले वो कब्जे तोड़कर खुद कब्जे करना चाहता है. साथ ही उन्होंने कहा कि वार्ड में हो रही तारबंदी को रोका जाए.
एसडीएम नें रूकवाई तारबंदी की कार्रवाई-
ज्ञापन देने के बाद उपखण्ड अधिकारी मनोजकुमार मीणा के साथ प्रतिनिधि मण्ड़ल की वार्ता हुई. जिसके पश्चयात उपखण्ड अधिकारी नें स्वंय मौका देखने की बात कहकर अधिशाषी अधिकारी को एक बार तारबंदी रोक देने के आदेश दिए. वहीं ज्ञापन देने वालो में वार्ड पार्षद हंसराज स्वामी, पूर्व पार्षद सुरेन्द्रसिंह राठौड़, बलराम वर्मा, महावीर, कर्मचन्द सोलकी, प्रेम ओड, रामलाल, धर्मपाल, जगदीश आदि शामिल थे.